यूपी पुलिस भर्ती पेपर लीक मामले में STF ने कुछ अहम आरोपियों को दर दबोचा है। इस मामले में गिरफ्तार नीरज यादव ने STF के सामने कई राज उगले हैं। उसने बताया कि यूपी पुलिस का पेपर उसे कहां से और किसने मुहैया कराया था।
यूपी की पुलिस भर्ती परीक्षा में पेपर लीक के खुलासे के उपरांत एक्शन में आए CM योगी सरकार ने एक ओर जहां छात्रों को राहत देते हुए पेपर रद्द करने के आदेश दिए तो वहीं यूपी STF अब पेपर लीक के आरोपियों की तलाश में ताबड़तोड़ एक्शन ले रही है। STF गुनहगारों और मददगारों की लिस्ट तैयार कर चुकी है। अब तक इस मामले में चार मुख्य आरोपियों की गिरफ्तारी की जा चुकी है और अब मास्टरमाइंड की खोज भी तेज कर दी गई है। लेकिन इस बीच गिरफ्तार नीरज यादव ने भी एसटीएफ के सामने सच उगलना शुरू कर दिया है। नीरज ने एसटीएफ को बताया कि उसे यूपी पुलिस भर्ती का पेपरस कहां से मिला था।
नीरज को कहां से मिला यूपी पुलिस का पेपर?
UP पेपर लीक मामले में एसटीएफ का लगातार कार्रवाई जारी है। STF ने नकल माफिया के गिरोह की जांच तेज कर दी है। इस मामले में बलिया का रहने वाला नीरज यादव भी गिरफ्तार हुआ है जिसने अब एसटीएफ के सामने राज खोलने शुरू कर दिए हैं। नीरज ने पूछताछ में एसटीएफ को बताया कि यूपी पुलिस भर्ती का पेपर उसे मथुरा के उपाध्याय के जरिए मिला था। लेकिन जब एसटीएफ ने नीरज से उपाध्याय की जानकारी मांगी तो उसके पास बताने को कुछ भी नहीं था। नीरज यादव ने एसटीएफ को बताया कि मथुरा का उपाध्याय कौन है, कहां रहता है, ये वह नहीं जानता।
नकल माफिया गैंग के सरगनाओं की लिस्ट तैयार
गिरफ्तार नीरज यादव बाद पूछताछ जारी है और STF ने 17 और 18 फरवरी को परीक्षा के दौरान नकल करने वाले अभ्यर्थियों के मददगारों की लिस्ट भी तैयार की है। आरेस्ट हुए सभी आरोपियों के पास पेपर कहाँ से और किस नेटवर्क से पहुंचे उसका ब्रीफ तैयार कर सभी नेटवर्क को फिर से खंगाला जा रहा है। वहीं एसटीएफ ने गाजियाबाद से गिरफ्तार महिला अभ्यर्थी को नकल कराने वाले गुरबचन के गैंग लीडर मोनू मालिक और कपिल की तलाश तेज कर दी है। मोनू मालिक और कपिल पश्चिम उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में पेपर लीक करने वाले गैंग के सरगना है।
व्हाट्सऐप और ब्लूटूथ के जरिए करा रहे थे नकल
जानकारी मिली है कि पकड़ी गई महिला अभ्यर्थी रिया चौधरी को ब्लूटूथ के जरिए नकल कराने की कोशिश की जा रही थी। गुरबचन के जरिए ही अभ्यर्थी का कपिल मालिक और मोनू मालिक से संपर्क हुआ था। गुरबचन को महिला अभ्यर्थी और उसके भाई के साथ गिरफतार किया जा चुका है। इतना ही नहीं लखनऊ के कृष्णा नगर से 18 फरबरी को नकल करते पकड़े गए अभ्यर्थी सत्य अमन को व्हाट्सऐप पर पेपर भेजने वाले नीरज के भी नेटवर्क को खंगाला जा रहा है। लखनऊ पुलिस अभ्यर्थी सत्य अमन और उसके साथी नीरज यादव को 19 फरबरी को ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। यूपी-एसटीएफ में एडिशनल एसपी विशाल विक्रम सिंह और CO STF दीपक सिंह की विशेष टीम पेपर लीक मामले की जांच में लगी है।