उत्तराखंड के उत्तरकाशी में हुए टनल हादसे में फंसे मजदूरों के संपर्क होने की खबर से लोगों में बड़ा आत्मविश्वास और आशा का माहौल है। प्रशासन ने तेजी से रेस्क्यू ऑपरेशन को शुरू किया है, और संबंधित एजेंसियों के साथ मिलकर अद्यतित जानकारी प्रदान करने का प्रयास किया जा रहा है।
टनल में फंसे मजदूरों को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन में बड़ी दृढ़ता और संघर्ष का माहौल है, और स्थानीय प्रशासन ने तत्परता से इसका संचालन किया है। बचाव कार्य में NDRF, SDRF, और ITBP जैसी एजेंसियों के साथ-साथ स्थानीय प्रशासन भी सक्रिय रूप से शामिल हो रहा है। रात और दिन के किसी भी समय में संकट के समय इसमें सहायता पहुंचाने के लिए कई जनसंख्या ने भी अपना साथ दिखाया है।
टनल के अंदर फंसे मजदूरों ने वॉटर पंप चलाकर संकेत दिया है कि वे सुरक्षित हैं, जिससे रेस्क्यू टीम को इंडिकेटर मिला है कि वहां फंसे लोग सुरक्षित हैं और उनको बचाने के लिए उच्चतम प्रयास किए जा रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस घड़ी में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री से बात की है और उन्हें रेस्क्यू ऑपरेशन के विवरण के लिए सूचना प्रदान की है। प्रधानमंत्री ने राज्य सरकार को उत्तराखंड से समर्थन की पूरी जरूरत के लिए पूरी तरह से तैयार रहने का संदेश दिया है और उन्होंने उत्तरकाशी हादसे में फंसे लोगों के परिजनों को भी शांति और साहस की कामना की है।
इस समय कठिनाईयों के बावजूद भी संघर्ष कर रहे सभी रेस्क्यू टीमों को श्रद्धांजलि, और टनल हादसे में फंसे लोगों के प्रति हम सभी की शुभकामनाएं और प्रार्थनाएं हैं कि वे सुरक्षित रहें और जल्दी से बचाव कार्य को सफलता मिले।