उत्तरकाशी स्थित सिलक्यारा टनल हादसे के बारे में अपडेट: टनल में फंसे 41 मजदूरों को निकालने के लिए लगातार प्रयास जारी है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रधानमंत्री मोदी से बात करते हुए उन्हें टनल में फंसे श्रमिकों के लिए बचाव कार्यों की जानकारी दी। इसमें सहायकता के लिए केंद्रीय एजेंसियों, अंतर्राष्ट्रीय एक्सपर्ट्स, और प्रदेश प्रशासन का समन्वय शामिल है। प्रधानमंत्री मोदी ने तेजी से सकारात्मक प्रगति का सामर्थ्य और श्रमिकों के परिजनों के साथ बातचीत से मनोबल बढ़ाने का काम किया है।
रेस्क्यू ऑपरेशन के 11वें दिन टनल में ड्रिल के जरिए पाइप लाइन डालने का कार्य जारी है। एनएचआईडीसीएल कर रहा है इसका कार्य, जिससे फंसे श्रमिकों को सुरक्षित बाहर निकालने में मदद मिलेगी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने टनल हादसे के संदर्भ में समीक्षा बैठक का आयोजन किया है, जिसमें बचाव और राहत कार्यों की समीक्षा की जाएगी।
इस हादसे ने अंडरग्राउंड वर्क के नए मानकों की आवश्यकता को उत्तराखंड में उत्तेजना प्रदान किया है। अब, सिल्कयारा टनल के लिए नए नियम बनाए जाएंगे, जिनमें एस्केप टनल और अप्रोच एडिट की व्यवस्था होगी। इसका मकसद भविष्य में होने वाली टनल हादसों के खिलाफ बेहतर तैयारी और सुरक्षा सुनिश्चित करना है।
राजनीतिक दलों ने भी इस हादसे का सरकार पर आरोप लगाया है, और यह राजनीति में एक नया मोड़ देने का संकेत हो सकता है। भाजपा ने कांग्रेस को नकारात्मक राजनीति और आपदा में राजनीतिक फायदा उठाने की आरोपित किया है।
टनल हादसे की रेस्क्यू ऑपरेशन में बचावकर्मियों ने एक चौड़े और सुविधाजनक पाइप का रास्ता बनाया है, जिससे फंसे श्रमिकों को आवश्यक सामग्री पहुंचाई जा सकती है। इससे राहत कार्यों में तेजी और सुरक्षा में सुधार होने की उम्मीद है। इसके साथ ही, रेस्क्यू ऑपरेशन के परिणामस्वरूप बड़ी खबरें आ सकती हैं, जो देश भर में चर्चा का कारण बनेंगी।