वैशाली एक्सप्रेस में हुई आग की घटना ने भारतीय रेलवे को एक और चुनौती का सामना करना पड़ा है। दिल्ली से सहरसा जाने वाली इस एक्सप्रेस की बोगी में आग लगने के बाद यात्री ने कूदकर अपनी जानें बचाईं। आग के सामने खड़े होकर यात्री ने स्वयं को सुरक्षित करने के लिए जोरदार प्रयास किए हैं। डिप्टी एसपी और सीएमओ के मुताबिक, इस दुर्घटना में अबतक किसी भी यात्री को चोट नहीं आई है, लेकिन धुआं लगने के कारण दो लोगों को अस्पताल भेजा गया है।
ट्रेन के बोगी नंबर 6 में बगीचे के सामान को सजीवा रखने के लिए लगी आग की घटना ने लोगों को हैरान कर दिया है। इटावा के नजदीक हुई इस घटना ने सुरक्षा उपायों को मजबूती से सोचने पर मजबूर किया है। डिप्टी सीएमओ श्रीनिवास यादव ने बताया कि घटना के बाद ट्रेन को स्थानांतरित कर दिया गया है और घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाया गया है।
इस समय तक आग के उत्पन्न होने की वजह स्पष्ट नहीं हुई है, लेकिन रेलवे अधिकारियों ने शीघ्रता से इस मामले की जांच करने का आदान-प्रदान किया है। डिप्टी सीएमओ ने इस मुद्दे पर विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि आग के कारणों को जल्दी से स्पष्ट करने के लिए उचित कदम उठाए जाएंगे।
इसके अलावा, बुधवार को दरभंगा जा रही एक और ट्रेन में भी आग लगने की घटना सामने आई थी। तीन बोगियों में आग बुझाई गई, लेकिन सुरक्षा करने के लिए तुरंत ही ट्रेन को बंद कर दिया गया था। यहां भी यात्री सुरक्षित थे और कोई चोट नहीं हुई थी। इन घटनाओं के बाद, रेलवे अधिकारियों ने सुरक्षा उपायों को और बेहतर बनाने का आदान-प्रदान किया है ताकि आग जैसी घटनाएं रोकी जा सकें।