बिहार विधानसभा में शुक्रवार को हंगामा हुआ। सत्ता पक्ष और विपक्ष ने जोरदार प्रदर्शन किया, जिससे हाथापाई भी हुई। सत्ता पक्ष के लोग मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते नजर आए, जबकि विपक्ष ने जीतन राम मांझी के समर्थन में मोर्चा संभाला। इसके बाद हाथापाई भी हुई।
राजद के विधायकों ने आरक्षण संशोधन विधेयक के पारित होने के खुशी में लड्डू बांटे। इसके बाद दोनों पक्षों के बीच बहस हुई और हाथापाई में तब्दील हो गई। भाजपा के नेता विजय सिन्हा को अपने नेताओं को रोकते हुए देखा गया।
नेताओं का आरोप था कि मोदी सरकार के शासन में महिलाओं पर हुए अत्याचार की घटनाएं बढ़ी हैं। उन्होंने इसका आरोप मोदी सरकार पर लगाया और अपने मुद्दे पर आवाज बुलंद की।
दलित विपक्षी दल ने जीतन राम मांझी के समर्थन में मोर्चा संभाला और दलित मुख्यमंत्री के साथ हुए अपमान के मुद्दे पर आवाज बुलंद की। इसके बाद भी हाथापाई हुई और दोनों पक्षों के नेताओं ने बीच बचाव किया और भिड़ रहे विधायकों को अलग किया।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी प्रदर्शन होते देख वाहन मोड़ा और सदन में भाग लिया। वह विधान परिषद के रास्ते अंदर प्रवेश करते हुए देखे गए।
इस पूरी घटना को वीडियो में भी देखा जा सकता है, जिसमें भाजपा के नेता विजय सिन्हा को अपने नेताओं को रोकते हुए दिखाया गया। नेताओं ने दलित मुख्यमंत्री और महिलाओं के साथ हुए अपमान के मुद्दे पर आवाज बुलंद करते नजर आए।