विनेश फोगाट ने पेरिस ओलंपिक में अपना जलवा दिखाकर देश को गर्व का अनुभव कराया है। उन्होंने 50 किलोग्राम कुश्ती भार वर्ग के फाइनल में पहुंचकर अपना मेडल पक्का कर लिया है। उनकी इस उपलब्धि ने न केवल उन्हें एक नायक बना दिया है, बल्कि कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ उनके संघर्ष को भी एक नई ऊंचाई दी है। विनेश की इस सफलता ने उनके समर्थकों को गर्व और विरोधियों को चुप कर दिया है।
महावीर फोगाट का गर्व
विनेश फोगाट के ताऊ और गुरु महावीर फोगाट ने अपनी बेटी की इस उपलब्धि पर गर्व व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि विनेश ने बृजभूषण सिंह के मुंह पर तमाचा लगाने का काम किया है। महावीर फोगाट ने बृजभूषण सिंह पर आरोप लगाया कि उन्होंने विनेश का काफी नुकसान किया, लेकिन अब जनता विनेश के साथ है। महावीर फोगाट ने कहा, “मेरी बेटी ने मेरे सपने पूरे किए हैं। मेरा आशीर्वाद है कि विनेश को भगवान और आगे बढ़ाएं।”
बजरंग पूनिया का सरकार पर निशाना
विनेश फोगाट की जीत के बाद उनके साथी पहलवान बजरंग पूनिया ने भी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जब हम जंतर मंतर पर प्रदर्शन कर रहे थे, तब हमारे बारे में बहुत कुछ बोला गया था। अब वो लोग कहां हैं? पूनिया ने सवाल उठाते हुए कहा, “विनेश अब देश की बेटी कहलाएगी कि नहीं, अब उसके पास कॉल जाएगा कि नहीं।” बजरंग पूनिया ने उम्मीद जताई कि विनेश फोगाट फाइनल भी जीतेगी।
राहुल गांधी और कांग्रेस का समर्थन
विनेश फोगाट की इस उपलब्धि पर नेता विपक्ष राहुल गांधी ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी। राहुल गांधी ने विनेश फोगाट को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि पेरिस में आपकी सफलता की गूंज दिल्ली तक साफ सुनाई दे रही है। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने भी ट्वीट कर कहा, “विनेश फोगाट का पेरिस ओलंपिक में सिल्वर या गोल्ड मेडल पक्का हो गया है। क्या प्रधानमंत्री उन्हें कॉल करेंगे।”
यौन उत्पीड़न के खिलाफ संघर्ष
विनेश फोगाट ने बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए यौन उत्पीड़न की शिकार महिला पहलवानों को न्याय दिलाने का काम किया है। उनकी इस संघर्षशीलता ने उन्हें न केवल एक महान एथलीट बल्कि एक नायक भी बना दिया है। विनेश ने जिस प्रकार से अपनी लड़ाई लड़ी है, वह बृजभूषण सिंह जैसे लोगों के लिए एक बड़ा सबक है।
फाइनल मुकाबला: अमेरिकी पहलवान से सामना
विनेश फोगाट का 50 किलोग्राम कुश्ती के फाइनल मुकाबले में सामना अमेरिकी पहलवान साराह ऐन हिल्डेब्रांड से होगा। अगर विनेश इस मुकाबले को जीत लेती हैं, तो वह कुश्ती में गोल्ड जीतने वाली पहली भारतीय एथलीट बन जाएंगी। विनेश की इस जीत ने पूरे देश को एकजुट कर दिया है और सबकी उम्मीदें अब फाइनल मुकाबले पर टिकी हैं।
विनेश फोगाट की यात्रा
विनेश फोगाट की यह यात्रा आसान नहीं रही है। उन्हें अपने करियर में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा, लेकिन उन्होंने हर बार अपने संकल्प और मेहनत से उन चुनौतियों को पार किया। उनकी इस जीत ने दिखा दिया है कि कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प से कोई भी मुकाम हासिल किया जा सकता है। विनेश की इस यात्रा ने ना केवल उन्हें बल्कि उनके समर्थकों को भी गर्व का अनुभव कराया है।
विनेश फोगाट की इस ऐतिहासिक जीत ने उन्हें एक नई ऊंचाई पर पहुंचा दिया है। उनकी इस उपलब्धि ने न केवल बृजभूषण सिंह के खिलाफ उनकी लड़ाई को मजबूत किया है, बल्कि उन्हें एक नायक के रूप में भी स्थापित किया है। महावीर फोगाट, बजरंग पूनिया, राहुल गांधी और कांग्रेस के अन्य नेताओं ने विनेश की इस उपलब्धि पर गर्व व्यक्त किया है और उनकी सराहना की है। अब सबकी नजरें फाइनल मुकाबले पर हैं, जहां विनेश एक और इतिहास रचने की तैयारी में हैं। उनकी इस यात्रा ने दिखा दिया है कि संघर्ष और मेहनत से कोई भी मुश्किल पार की जा सकती है।