राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने शुक्रवार को पार्टी के स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में अपने खिलाफ लगे आरोपों पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली बिहार सरकार पर निशाना साधते हुए नीट पेपर लीक मामले में खुद को फंसाने का आरोप लगाया। तेजस्वी यादव ने चुनौती देते हुए कहा कि यदि सरकार के पास उनके खिलाफ कोई सबूत है, तो उन्हें तुरंत गिरफ्तार किया जाए। इस कार्यक्रम में तेजस्वी यादव ने सरकार पर भ्रष्टाचार और अपराध को बढ़ावा देने का भी आरोप लगाया।
नीट पेपर लीक मामला: आरोपों का सामना

तेजस्वी यादव ने कार्यक्रम में स्पष्ट किया कि सरकार उनके खिलाफ झूठे आरोप लगा रही है। उन्होंने कहा, “अगर मेरे खिलाफ किसी भी तरह का सबूत है, तो सरकार मुझे गिरफ्तार क्यों नहीं करती? हर मुद्दे का दोष मेरे सिर पर मढ़ा जा रहा है, चाहे वह पेपर लीक हो, पुल ढहने का मामला हो या हत्या का।” तेजस्वी यादव ने यह भी कहा कि राज्य में जो भी गलत होता है, उसे उनके नाम से जोड़ा जा रहा है, जो कि पूरी तरह से गलत है।
भ्रष्टाचार और अपराध पर सरकार को घेरा
तेजस्वी यादव ने बिहार सरकार पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि यह सरकार डबल इंजन होने का दावा करती है, लेकिन एक इंजन भ्रष्टाचार को बढ़ावा देता है और दूसरा अपराध को। उन्होंने कहा, “यह सरकार सिर्फ दिखावा करती है, लेकिन असल में भ्रष्टाचार और अपराध में लिप्त है। राज्य में हर जगह भ्रष्टाचार और अपराध का बोलबाला है, लेकिन सरकार इसे रोकने में नाकाम रही है।”
राजद का जवाबी हमला

राजद ने नीट पेपर लीक मामले में भाजपा और जदयू नेताओं की संलिप्तता का खुलासा करते हुए उनके फोटो जारी किए हैं। राजद नेताओं ने कहा कि प्रश्न पत्र लीक मामले के प्रमुख संदिग्धों का राज्य के वरिष्ठ मंत्रियों के साथ घनिष्ठ संबंध था। उन्होंने कहा कि भाजपा और जदयू के नेताओं ने अपने संबंधों का फायदा उठाकर मामले को दबाने की कोशिश की।
मामले की जांच और सीबीआई की भूमिका
नीट पेपर लीक मामले का खुलासा पिछले महीने पटना पुलिस द्वारा कई लोगों को गिरफ्तार करने के बाद हुआ था। अब इस मामले को केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) को सौंप दिया गया है। तेजस्वी यादव ने कहा कि उन्हें सीबीआई पर पूरा भरोसा है और उम्मीद है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच होगी। उन्होंने कहा, “सीबीआई को इस मामले की जांच करनी चाहिए और दोषियों को सजा मिलनी चाहिए।”
आरक्षण के मुद्दे पर बीजेपी को घेरा
तेजस्वी यादव ने बीजेपी पर आरक्षण के खिलाफ होने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि महागठबंधन सरकार ने ही आरक्षण कोटा बढ़ाकर 75 प्रतिशत किया था, जबकि बीजेपी ने इसे रोक दिया। उन्होंने कहा, “अगर किसी ने आरक्षण कोटा बढ़ाकर 75 प्रतिशत किया है, तो वह महागठबंधन सरकार है। बीजेपी आरक्षण के खिलाफ है और राज्य में आरक्षण वृद्धि को रोक दिया।”
बीजेपी के खिलाफ कड़ा रुख

तेजस्वी यादव ने कहा कि राष्ट्रीय जनता दल ही एकमात्र ऐसी पार्टी है जिसने बीजेपी के सामने कभी समझौता नहीं किया और न ही घुटने टेके हैं। उन्होंने कहा, “जनता दल (यू) के लोगों ने सत्ता के लालच में अपनी विचारधारा से समझौता कर लिया और भाजपा से गठबंधन कर लिया। राष्ट्रीय जनता दल एकमात्र ऐसी पार्टी है जिसने न तो समझौता किया और न ही भाजपा के सामने घुटने टेके। सत्ता में होना सबसे बड़ी बात नहीं है। हमारी लड़ाई उन लोगों के लिए है जो कमजोर और वंचित हैं।”
तेजस्वी यादव ने अपने बयान में स्पष्ट किया कि वे सरकार के आरोपों से डरने वाले नहीं हैं और अगर उनके खिलाफ कोई सबूत है, तो सरकार उन्हें तुरंत गिरफ्तार करे। उन्होंने भ्रष्टाचार और अपराध को बढ़ावा देने वाली सरकार की नीतियों पर कड़ा प्रहार किया और कहा कि राजद हमेशा गरीबों और वंचितों के लिए लड़ती रहेगी। तेजस्वी यादव ने यह भी कहा कि बीजेपी आरक्षण के खिलाफ है और राजद ही असली विपक्ष है जो बीजेपी के खिलाफ मजबूती से खड़ा है।