कोरोना के नए सब वैरिएंट JN.1 को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने ‘वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट में शामिल किया है और इसके खतरे को लेकर भी नई जानकारी दी है।
राजधानी नई दिल्ली: कोरोना के नए सब वैरिएंट JN.1 के संक्रमण ने भारत में भी अपनी दस्तक दे दी है। खासतौर से इसके मामले केरल में बढ़ने के बाद केंद्र की ओर से राज्यों को एडवाइजरी भी जारी की गई है। इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO)ने कोरोना के इस नए सब वैरिएंट को ‘वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट’ में वर्गीकृत किया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसके खतरे को लेकर जो नई जानकारी दी है उसके मुताबिक इस सब वैरिएंट से पब्लिक हेल्थ को ज्यादा खतरा नहीं है।
खतरा कम, मौजूदा वैक्सीन कारगर
WHO ने कहा कि अब तक जो एविडेंस सामने आए हैं उसके मुताबिक JN.1 के संक्रमण से फिलहाल लोगो के स्वास्थ्य को कम जोखिम है। JN.1 को पहले इसके मूल वंश BA.2.86 के एक हिस्से के रूप में वर्गीकृत किया गया था। अब जैसे-जैसे सर्दी बढ़ रही है, भारत में इसके फैलने का खतरा बढ़ रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि मौजूदा वैक्सीन JN.1 और कोविड-19 के अन्य वैरिएंट से होनेवाले गंभीर खतरों से जीवन को बचाने में कारगर हैं।
WHO ने जारी की एडवाइजरी
विश्व स्वास्थ्य संगठन लगातार इन मामलों की निगरानी रख रहा है और लोगों के लिए एडवाइजरी भी जारी की है। इस एडवाइजरी में लोगों से यह अपील की गई है कि वे भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें, मास्क का इस्तेमाल करें और जहां तक संभव हो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें।
देश में कोरोना के 288 नए मामले
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार भारत में मंगलवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 288 नए मामले सामने आए। एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़कर 1,970 हो गई है। वहीं केरल में मंगलवार कोकोरोना वायरस संक्रमण के 115 नए मामले सामने आए जिससे राज्य में कोविड-19 के कुल उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 1,749 हो गई।
मास्क पहनने, भीड़भाड़ से बचने की सलाह
राजधानी दिल्ली में डॉक्टरों ने लोगों को मास्क पहनने, भीड़भाड़ से बचने और स्वस्थ आहार लेने की सलाह दी है। क्रिसमस और नए साल के करीब आने के साथ, शहर के कुछ अस्पतालों के डॉक्टरों ने देश में कोरोना वायरस के नए वैरिएंट JN.1 के पहले मामले का पता चलने का भी हवाला दिया और लोगों से अतिरिक्त सावधानी बरतने को कहा। बता दें कि देश में ‘जेएन. 1’ का पहला मामला आठ दिसंबर को केरल निवासी 79 वर्षीय एक महिला से लिए गए सैंपल में पाया गया था जिसे हल्के लक्षण थे।