दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बढ़ते पॉल्यूशन पर आयोजित इमरजेंसी मीटिंग के बाद दिल्ली सरकार के कदमों की महत्व पर चर्चा की है । पिछले दिनों से दिल्ली- एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण के कारण हालात बिगड़ रहे हैं और इसके समाधान के लिए सरकार ने कई कदम उठाए हैं । गोपाल राय ने कहा,” युद्ध स्तर पर हम काम कर रहे हैं और इस समय यह सबसे महत्त्वपूर्ण है कि हम सभी मिलकर इस समस्या का समाधान करें ।” उन्होंने बताया कि सरकार ने ग्रैप- 3 लागू कर दिया है और इसके तहत कई जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं ।
गोपाल राय ने आगामी 15 दिनों को बेहद अहम माना है और इस अवधि में प्रदूषण को कम करने के लिए कई योजनाएं बनाई जा रही हैं । इसके साथ ही, उन्होंने बताया कि दिल्ली में प्रदूषण से जुड़े नियमों का पालन करने के लिए कड़ी कार्रवाई की जा रही है । उन्होंने चेतावनी दी कि अगर कोई व्यक्ति बीएस- III पेट्रोल और बीएस- IV डीजल वाली गाड़ी सड़क पर चलाता है, उसके ऊपर मोटर व्हीकल Act, 1988 की धारा 194(1) के तहत उन पर मुकदमा चलाया जाएगा. नियम को नहीं मानने वाले पर 20,000 रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा. गोपाल राय ने इस समय को बहुत अहम मानते हुए बताया कि सरकार ने पिछले कुछ महीनों में दिल्ली में 200 से अधिक दिनों तक अच्छी एयर क्वालिटी देखी है और यह आगामी दिनों में भी बनाए रखना महत्त्वपूर्ण है । इसके अलावा, गोपाल राय ने कहा कि इस समय में दिल्ली सरकार केंद्र सरकार के साथ मिलकर काम कर रही है और पूरे उत्तर भारत को एक साथ मिलकर प्रदूषण कम करने के लिए कठिनाईयों का सामना करना होगा ।
एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगर प्रदूषण और खतरनाक स्तर पर पहुंचा तो दिल्ली में ऑड- ईवन लागू किया जा सकता है और दिल्ली NCR में नई दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम जैसे शहरों में वर्क फ्रॉम होम भी लागू किया जा सकता है । इस पूरे मुद्दे पर गहरे रूप से विचार करते हुए, दिल्ली सरकार ने ग्रैप- 3 को लागू कर दिया है, जिसमें गैर- जरूरी निर्माण और तोड़- फोड़ के कामों पर पूरी तरह से रोक है । इसके साथ ही, दिल्ली NCR में BS- 3 वाले पेट्रोल वाहन और BS- 4 वाली डीजल गाड़ियों के इस्तेमाल पर भी रोक है ।
इस समय में दिल्ली में पॉल्यूशन की चुनौती के सामना करने के लिए सरकार कई और कदम उठा रही है, जैसे कि रोड कटिंग, मरम्मत या गैर- जरूरी सड़क निर्माण पर रोक, होटल और रेस्टोरेंट के तंदूर में कोयले और लकड़ी के इस्तेमाल पर पूर्ण प्रतिबंध, और डीजल जेनेरेटर सेट्स के व्यवसायिक और घरेलू इस्तेमाल पर पूर्ण प्रतिबंध ।
इस पूरे मुद्दे पर विचार करते हुए, सरकार का यह निर्णय जनसामान्य के स्वास्थ्य के लिए एक सकारात्मक कदम है और सामाजिक जागरूकता के माध्यम से प्रदूषण को कम करने के लिए हम सभी को योजनाएं सहयोग करनी चाहिए ।