जीतन राम मांझी ने नीतीश कुमार की सरकार के विभागों के बंटवारे पर अपनी असंतोष जाहिर की है। उन्होंने कहा, “हमारा एक रोटी से पेट नहीं भरता है। हम 2-3 रोटी की मांग करेंगे। कम से कम 2 रोटी तो दीजिए।
गरीबों के लिए काम करना है तो हमको अच्छा विभाग भी चाहिए।” उन्होंने इस बात का दुख जताते हुए कहा, “मैं मंत्री था तब भी यही विभाग मिला और मेरे पुत्र संतोष को भी SC-ST कल्याण विभाग ही मिलता है। क्या भवन निर्माण और पथ निर्माण विभाग का काम हम लोग नहीं कर सकते हैं? मुझे इस बात का दुख है।”
इसके अलावा, उनके बेटे संतोष कुमार सुमन की NDA सरकार में मंत्री बनाए जाने के बाद चर्चा हो रही है कि वे नीतीश कुमार की सरकार को छोड़ सकते हैं। लेकिन, संतोष कुमार सुमन ने इसे खारिज किया और कहा कि वह नीतीश कुमार की सरकार के साथ हैं। उन्होंने NDA सरकार छोड़ने की खबरों को निराधार बताया।
नीतीश कुमार की सरकार में विभागों का बंटवारा 3 फरवरी को किया गया, जिसमें मुख्यमंत्री ने गृह मंत्रालय और सामान्य प्रशासन अपने पास रखा। उपमुख्यमंत्री को वित्त, वाणिज्य-कर, नगर विकास जैसे अहम मंत्रालय दिए गए हैं। BJP के नेताओं को 9-9 विभाग का प्रभार है। जदयू कोटे से मंत्री बने विजय चौधरी को शिक्षा समेत कुल 6 विभाग और बिजेन्द्र यादव को ऊर्जा समेत कुल पांच विभागों की जिम्मेदारी दी गई।
इसके अलावा, जीतन राम मांझी के बेटे संतोष कुमार सुमन को 2 और निर्दलीय विधायक सुमित कुमार सिंह को एक मंत्रालय की जिम्मेदारी मिली।