गोदान एक्सप्रेस में आग लगने की घटना एक बार फिर से रेलवे सुरक्षा की चिंता को उजागर करती है। यह हादसा दिलचस्प है, क्योंकि इसका जोखिम लोगों के जीवनों को खतरे में डालता है। मुंबई से गोरखपुर जाने वाली गोदान एक्सप्रेस में आग लगने की घटना बहुत ही चौंकाने वाली है।
जब गोदान एक्सप्रेस मुंबई से गोरखपुर के लिए रेल यात्रा के लिए निकली, तब यह अचानक हुआ हादसा उन सभी यात्रियों के लिए भयानक था जो ट्रेन में सफर कर रहे थे। आग लगने की खबर से सभी महसूस करते हैं कि उनका सुरक्षा समुदाय कितना कमजोर है।
यह घटना सभी को रेलवे की सुरक्षा मामलों पर ध्यान देने के लिए प्रेरित करती है। इससे पहले हाल ही में राजस्थान के अजमेर में मदार रेलवे स्टेशन के पास बड़ा हादसा हो गया था। यहां साबरमती से चलकर अजमेर के रास्ते आगरा कैंट जाने वाली गाड़ी नंबर- 12548 साबरमती-आगरा सुपरफास्ट एक्सप्रेस ट्रेन के इंजन सहित चार कोच बेपटरी हो गए। ट्रेन हादसे के बाद रेल यातायात प्रभावित हुआ। रेलवे ने इस रूट पर चलने वाली 6 ट्रेनों को रद्द कर दिया और दो ट्रेनों का रूट बदला गया।
यह घटना मुंबई से गोरखपुर जाने वाली गोदान एक्सप्रेस के लगेज कंपार्टमेंट में हुई। आग की उपलब्धि के बाद, तत्काल ट्रेन के अन्य भागों को लगेज कंपार्टमेंट से अलग कर दिया गया। यह एक संतुलित निर्णय था ताकि और किसी को नुकसान न हो। भाग्यशाली रूप से, इस हादसे में किसी को घायल होने की खबर नहीं आई है। फायर ब्रिगेड की टीम पहुंची और उन्होंने जलती हुई लगेज बोगी पर काबू पाया।
गोदान एक्सप्रेस मुंबई से गोरखपुर के बीच काफी प्रमुख स्थलों को जोड़ती है। इसी कारण सफर करने वाले लोगों की संख्या भी इसमें काफी अधिक होती है। हालांकि, यह घटना सभी को याद दिलाती है कि सुरक्षित रेलवे सेवाएं बहुत महत्वपूर्ण हैं। यात्री बोगी में आग लगने की सूचना मिलने पर लोगों के मन में डर और भय देखा गया। यह एक चिंता का विषय है कि यह घटना किस प्रकार की निष्क्रियता को उत्पन्न करेगी और क्या रेलवे इसे बार बार नहीं होने देगा।
इस हादसे के पहले ही भारतीय रेलवे में कई ऐसे हादसे हुए हैं जो यात्रियों को संभालने के लिए चुनौतीपूर्ण साबित हुए हैं। हाल ही में राजस्थान के अजमेर में हुए एक और हादसे में रेलवे सुरक्षा मामलों की चरम स्थिति को उजागर किया गया था