मुजफ्फरनगर कारागार में, हिंदू और मुस्लिम महिला बंदियों ने एक साथ करवा चौथ का पर्व मनाया है, जो उनके बंदी जीवन को एक नए रूप में सजाने का संकेत है।
इसे सीएम योगी आदित्यनाथ के दिशा निर्देश के तहत किया गया है, जिसने योगी सरकार के द्वारा बंदियों के लिए कारागार में खास इंतजाम करने को उत्सुक किया है। इस खास मौके पर, महिला बंदियों के लिए जेल में महिला ब्यूटीशियन को बुलाया गया ताकि वे सजने-सवरने में मदद कर सकें और व्रत के पर्व को खास बना सकें।
इसके अलावा, पूजा की सामग्री और उपवास खोलने के बाद हलवा पूरी और कढ़ी चावल के पकवान भी तैयार किए गए। हिन्दू और मुस्लिम महिला बंदियों ने साथ बैठकर सत्यवान सावित्री की कथा सुनते हुए चंद्र देवता के दर्शन किए और अपने पतियों की दीर्घायु के लिए करवा चौथ का निर्जल उपवास रखा। इससे यह साबित होता है कि उन्होंने धार्मिक और सांस्कृतिक सीमाओं को पार करके सामंजस्य बनाए रखा है और अपने साथी के साथ एक दूसरे के समर्थन में साझेदारी की है।
मुजफ्फरनगर कारागार के अधीक्षक सीताराम शर्मा ने बताया कि 64 विवाहित महिला बंदी हैं, जिनमें 17 जोड़े ऐसे हैं जिनके पति किसी न किसी मामले में जेल में हैं। इन जोड़ों के लिए खास इंतजामात किए गए हैं और उन्हें विभिन्न अवसरों पर मिलने का विचार किया गया है।
इस मौके पर, बंदियों ने चाँद के दर्शन कर अपने पतियों से मिलने का आनंद लिया, जो इस अनूठे पर्व को खासी बनाने के लिए समर्थन और साझेदारी में भाग लेते हैं। यह घटना सामाजिक सद्भावना और समरसता की अद्भुत उदाहरण है, जो धार्मिक सीमाओं को पार करते हुए व्यक्तियों को एक साथ आने का संकेत देती है।