नागालैंड एक राज्य है जो भारत के उत्तर पूर्वी हिस्से में स्थित है और इसका गठन 1 दिसंबर 1963 को हुआ था। आज, जिस तरह से नागालैंड अपने फॉर्मेशन डे को मनाता है, वह एक महत्वपूर्ण स्मृति है जो इस राज्य के उत्थान और समृद्धि की कहानी को दर्शाती है।
1 दिसंबर 1963 को, नागालैंड भारत के संघ का 16वां राज्य बना और उसकी राजधानी कोहिमा घोषित की गई। इस दिन को नागालैंड फॉर्मेशन डे के रूप में मनाने का आदान-प्रदान हुआ है और यह एक राष्ट्रीय उत्सव के रूप में मनाया जाता है।
नागालैंड का इतिहास अपनी विद्रोह और स्वतंत्रता संग्राम से भरा हुआ है। नागा जनजाति ने ब्रिटिश शासन के खिलाफ अपनी आजादी के लिए प्रतिबद्ध होकर लड़ा और उन्होंने अपने अधिकारों की रक्षा के लिए संघर्ष किया। संघर्ष के बाद, नागालैंड को भारत संघ में एक अलग राज्य के रूप में शामिल किया गया।
नागालैंड के गठन के पीछे एक महत्वपूर्ण कड़ी है जो संघर्ष और समझौते का परिणाम है। नागा विद्रोही ग्रुप्स ने अपने हकों की मांग के लिए लंबे समय तक संघर्ष किया, और उन्हें आजादी की प्राप्ति में सफलता मिली। इसके बाद, नागालैंड एक समृद्ध और विकसित राज्य के रूप में उभरा है।
नागालैंड के विकास और समृद्धि के पथ पर एक महत्वपूर्ण कदम का हिस्सा भी नागालैंड शांति परिषद है। इस परिषद ने समृद्धि की दिशा में कई पहलुओं पर काम किया है और राज्य में समृद्धि और सामरिक समरसता को बढ़ावा दिया है।
नागालैंड का गठन एक महत्वपूर्ण पल है, जो इस राज्य की गौरवशाली और उद्दीपक इतिहास को स्मृतिचिह्नित करता है। आज, नागालैंड एक ऐतिहासिक और समृद्ध राज्य के रूप में अपने सांस्कृतिक और सामाजिक विकास के लिए जाना जाता है, और इसका फॉर्मेशन डे इस सफलता का यादगार है।