प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने धार में हुए भाषण में विपक्षी दल और विपक्षी नेताओं पर निशाना साधते हुए कई मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने इंडिया गठबंधन के एक नेता को पशुओं का चारा चुराने के आरोप में लालू यादव को निशाना बनाया। उन्होंने कहा कि इस नेता को अदालत ने गुनाहगार पाया है, लेकिन फिर भी वह जमानत पर हैं। उन्होंने लालू यादव की बयानबाज़ी को भी निशाना बनाया और कहा कि वे अभी-अभी मुसलमानों को आरक्षण देने की बात कर रहे हैं।
इसके अलावा, प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में विपक्षी दलों को भी घेरा। उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन को हार की हताशा है और वे अफवाह फैला रहे हैं कि भाजपा को 400 सीट मिल जाएगी तो मोदी संविधान बदल देगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि वह कांग्रेस से धर्म के आधार पर आरक्षण मांगे थे, लेकिन कांग्रेस ने उनकी मांग को मना कर दिया।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में अपने कामों की भी प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि उन्होंने धारा 370 को हटाने के लिए 400 सीटों का उपयोग किया और इससे देश को नई दिशा मिली है। उन्होंने बाबा साहेब भी याद किया और कहा कि उनके संविधान के कारण ही आज देश में लोकतंत्र है।
प्रधानमंत्री मोदी का धार में भाषण विपक्षी दलों के प्रति कड़ा रहा है। उन्होंने अपने भाषण में विपक्ष की नीतियों को कड़ा नापसंद किया और उन्हें असफलता का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन को हार की हताशा है, लेकिन भाजपा को यह मिलने वाली नहीं है।
इसके अलावा, प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में लोकतंत्र की महत्वपूर्णता पर भी बात की। उन्होंने कहा कि चुनाव लोकतंत्र का उत्सव है और हर व्यक्ति को वोट डालने का अधिकार है। उन्होंने जनता से मोदी को और भाजपा को फिर से विजयी बनाने का आह्वान किया।
सम्पूर्ण रूप से, प्रधानमंत्री मोदी का धार में भाषण चुनावी माहौल को गरमाया और विपक्ष को चुनौती दी। उन्होंने अपने कामों की प्रशंसा की और विपक्षी दलों को कड़ा नापसंद किया। उन्होंने जनता से फिर से अपना विश्वास जताया और भाजपा को चुनाव में विजयी बनाने का आह्वान किया।