कर्नाटक के कागवाड़ विधानसभा क्षेत्र से चुने गए कांग्रेस विधायक राजू कागे ने अच्छी दिखने वाली नर्सों के साथ जुड़े एक विवादित बयान के बाद माफी मांग ली है। उन्होंने एक सांस्कृतिक कार्यक्रम में इस टिप्पणी को कहा था कि जब युवा नर्सें उन्हें ‘दादाजी’ कहतीं हैं, तो उन्हें दुख होता था। इसके बाद उन्हें विवाद का सामना करना पड़ा और उन्होंने आपत्ति जताई।
राजू कागे ने अपने एक सांस्कृतिक कार्यक्रम में एक बयान दिया, जिसमें उन्होंने कहा कि अस्पताल में युवा नर्सें उन्हें ‘दादाजी’ कहकर बुलातीं थीं और इससे उन्हें दुख होता था। इस टिप्पणी के बाद विवाद शुरू हो गया, और उन्हें माफी मांगनी पड़ी।
राजू कागे ने बाद में एक वीडियो जारी किया, जिसमें उन्होंने माफी मांगी और यह कहा कि उनका इरादा किसी को ठेस पहुंचाना नहीं था। उन्होंने अपने शब्दों के लिए क्षमा मांगी और कहा कि उन्होंने बूढ़े होने का दुख साझा किया था।
राजू कागे ने अपने बयान के लिए माफी मांगते हुए कहा कि उन्होंने किसी कमरे में छिपकर यह बात नहीं की थी और इसे अलग अर्थ निकाला नहीं जाना चाहिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनका उद्देश्य किसी को ठेस पहुंचाना नहीं था और वह बूढ़े होने के दुख को साझा करना चाहते थे।
यह घटना दिखाती है कि राजनेताओं के बयानों का सावधानीपूर्वक और सजगी से उपयोग किया जाना चाहिए, ताकि किसी भी समाज के सदस्य को ठेस पहुंचाने से बचा जा सके। विधायक ने अपनी टिप्पणी के बाद जल्दी से माफी मांगी, जिससे यह साबित होता है कि सार्वजनिक व्यक्तित्व के धाराओं का पालन करना और सही मार्ग पर रहना कितना महत्वपूर्ण है।