भारत ने इजरायल-हमास के बीच हो रहे संघर्ष को कम करने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है, इसकी बात फिलिस्तीनी राजदूत ने कही है। फिलिस्तीनी राजदूत अदनान अबु अलहैजा ने मंगलवार को एक साक्षात्कार में यह कहा कि भारत इजरायल और फिलिस्तीन के बीच मित्र है और इस संघर्ष से उत्पन्न संकट को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
उन्होंने खासकर बताया कि भारत इजरायल पर ‘दबाव’ बना सकता है और वह इस चुनौती से निपटने में मदद कर सकता है, जिसे इजरायल अब तक इनकार करता रहा है। फिलिस्तीनी राजदूत ने कहा कि भारत महात्मा गांधी के समय से ही फिलिस्तीन के मुद्दे का समर्थक रहा है और यह एक एकजुटता का उदाहरण है।
वर्तमान में, इजरायल और हमास के बीच तनाव बढ़ा हुआ है, जिसमें गाजा से हमास आतंकवादियों के हमलों के बाद इजरायल ने जवाबी हमलों को बढ़ावा दिया है। इसके परिणामस्वरूप, बहु-आयामी हमलों में से अधिकतम 1,600 लोगों की मौत हो गई है। इसके चलते वैश्विक चिंताएं बढ़ गई हैं और मतभेद तेज हो रहे हैं।
फिलिस्तीनी राजदूत ने कहा कि भारत फिलिस्तीनी मुद्दे का समर्थक है और इस मामले में नेतृत्व करने का क्षमता रखता है। उन्होंने यह भी जताया कि भारत यूरोप, अमेरिका, और पश्चिम एशिया के साथ संपर्क करके इजरायल पर ‘दबाव’ बना सकता है और इससे शांति की दिशा में काम करने में सक्षम है।
इस संघर्ष में भारत को मध्यस्थ की भूमिका निभाने की उम्मीद है और यह इजरायल और फिलिस्तीन के बीच सीधी बातचीत की प्रक्रिया को पुनरारंभ करने के लिए प्रयासरत है। फिलिस्तीनी राजदूत ने इस मुद्दे पर भारत सरकार के संबंधित व्यक्तियों या विदेश मंत्रालय को भी बताया है कि उन्होंने लगभग दो साल पहले इस मुद्दे को उठाया था।