पश्चिम बंगाल के कूचबिहार में एक मतदान केंद्र पर एक अर्धसैनिक बल के जवान की मौत से उसके परिवार और समाज को गहरा दुःख हुआ है। यह घटना चुनाव प्रक्रिया के दौरान हुई, जो कि लोकसभा चुनाव के पहले चरण के तहत आज 21 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 102 सीटों पर वोटिंग हो रही है। यह घटना एक बार फिर सामने लाती है कि चुनाव प्रक्रिया के दौरान सुरक्षा का महत्व कितना है और कैसे इसे सुनिश्चित किया जा सकता है।

कूचबिहार में मतदान केंद्र के शौचालय में फिसलकर गिरने से जवान की मौत का एक दुखद समाचार मिला। इस घटना में एक अनियंत्रित हादसे की संभावना है जो जवान की जान को लेकर लाश्मीकरण का कारण बन सकता है। इस विशेष घटना के पीछे की सच्चाई को जानने के लिए अस्पताल में शव का पोस्टमॉर्टम किया जाएगा।

चुनाव प्रक्रिया में सुरक्षा का महत्वपूर्ण एवं अनिवार्य हिस्सा होता है। चुनाव आयोग द्वारा निर्धारित संबंधित निर्देशों का पालन करते हुए, सुरक्षा बलों को मतदान केंद्रों में पूरी तरह से सुरक्षित और अव्यवस्था मुक्त रखने का काम करना चाहिए। जिससे किसी भी तरह की हादसे या अनियंत्रित घटनाओं को रोका जा सके और वोटर्स को विश्वास के साथ मतदान करने का विश्वास हो सके।

पश्चिम बंगाल की कूचबिहार सीट एक हाई-प्रोफाइल सीट है, जहां पिछले चुनावों में झड़पें देखी गईं थीं। इस सीट पर भाजपा के सांसद निसिथ प्रमाणिक को टिकट दिया गया है जबकि तृणमूल की ओर से जगदीश बसुनिया को मैदान में उतारा गया है। इसलिए, इस सीट पर चुनावी प्रक्रिया में सुरक्षा का विशेष महत्व होता है ताकि वोटर्स अपने मताधिकार का पूरी तरह से उपयोग कर सकें।
चुनाव प्रक्रिया के महत्व को समझते हुए, सरकारों और चुनाव आयोग को सुरक्षा के लिए अधिक उत्तेजित और सतर्क रहना चाहिए। इस घटना को एक संदेश के रूप में लिया जाना चाहिए कि सुरक्षा प्राथमिकता है और किसी भी तरह की अनियंत्रित घटना को रोका जाना चाहिए। निर्वाचन आयोग को सुरक्षा के मामले में और भी सख्ती से काम करना चाहिए ताकि चुनाव प्रक्रिया में कोई भी असुरक्षिती नहीं हो।