बेगूसराय शिवलिंग खंडित मामले में सबसे बड़ा दोषी शासन- प्रशासन.. 2 दिन घटना को हो गई और आरोपी को ना पकड़ हिन्दुओं को फसा कर भेज रही जेल.. बिहार में शराबबंदी बाद भी उन्मादियों ने पी कर दी घटना को अंजाम.. इंडिया गठबंधन नीतीश को संयोजक मानने को तैयार नहीं और नीतीश देख रहे अभी भी मुंगेरीलाल के हसीन सपने
शराब बंदी और अपराध: बेगूसराय में शिवलिंग खंडन मामले का विवाद
बेगूसराय लाखो थाना क्षेत्र के खटोपुर स्थित शिवलिंग खंडित मामले पर एक बार फिर बेगूसराय संसद का भारत सरकार के केंद्रीय मंत्री जिला सिंह ने शासन प्रशासन पर जमकर हमला बोला है उन्होंने कहा सरकार बिहार में शराबबंदी की दावे करती है लेकिन कहां है शराबबंदी हर जगह खुलेआम शराब बिक रहा है बेगूसराय में भी लोग धरारे से शराब बेच रहे हैं और यही कारण है की खास समुदाय के लोग शराब इतनी बड़ी घटना को अंजाम दिए और प्रशासन आरोपी को पकड़ने की जगह निर्दोष हिंदुओं को पकड़ पकड़ कर जेल भेज रही है किसी को फसा रही है किसी को झूठे मुकदमे में नाम दे रही है प्रशासन चाहती 2 दिन हो गए.
प्रशासन के लक्ष्य के सवाल और इंडिया गठबंधन के नीतीश के संयोजक बनने के विवाद
घटना के एक्शन ले सकती थी कहां सोई हुई थी प्रशासन इससे साफ जाहिर होता है घटना का जिम्मेवार खुद बेगूसराय प्रशासन है.. वहीं दूसरी तरफ इंडिया गठबंधन द्वारा लगातार बैठक उपरांत भी बिहार के सीएम नीतीश को अब तक संयोजक बनाने विचार पर सहमति नहीं होने पर उन्होंने कहा यह लोग मुंगेरीलाल के हसीन सपने देख रहे हैं कभी इनकी मनसा कामयाब नहीं होगी क्योंकि इंडिया गठबंधन में सभी दूल्हा बनना चाहते हैं।