मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की नेतृत्व में चल रही बिहार सरकार में जदयू कोटे के भवन निर्माण विभाग मंत्री और मुख्यमंत्री के सबसे करीबी कहे जाने वाले अशोक चौधरी और जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह के बीच काफी तनातनी बनी हुई है। पार्टी सूत्रों के अनुसार – ललन सिंह सीधे शब्दों में अशोक चौधरी को बरबीघा से जाने से मना किया है। लेकिन, अशोक चौधरी ने ललन सिंह के आदेश को इंकार करते हुए एक बार फिर से बरबीघा रवाना हो गए हैं।
दरअसल, बिहार सरकार के भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी नगर परिषद बीघा अंतर्गत विभिन्न योजनाओं का शिलान्यास उद्घाटन करने जा रहे हैं। अशोक चौधरी भवन निर्माण विभाग द्वारा निर्मित निरीक्षण भवन बरबीघा का शुभारंभ एवं भवन निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता के साथ कई कार्यों का विवेचना करने जा रहे हैं|
बता दें कि तीन दिन पहले सीएम आवास में ललन सिंह और अशोक चौधरी के बीच तीखी नोंक – झोंक हुई थी। नीतीश कुमार के सामने ही मंत्री अशोक चौधरी ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह के निर्देश को मानने से साफ़ मना कर दिया था। मामला ये था कि ललन सिंह ने अशोक चौधरी को बरबीघा विधानसभा क्षेत्र की राजनीति से दूर रहने को कहा था। जिसके बाद अशोक चौधरी ने ललन सिंह को जवाब दिया था कि – वे कौन होते हैं रोकने वाले।
सीएम आवास में ललन सिंह और अशोक चौधरी के बीच का वाक़या 25 सितंबर का है। जेडीयू के कई नेता ये मान रहे थे कि भले ही अशोक चौधरी ने बहस कर ली हो लेकिन वे जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह के निर्देश को नकार कर 29 सितंबर को बरबीघा जाने से दूर रहेगे। लेकिन अशोक चौधरी ने डंके की चोट पर 29 सितंबर को बरबीघा जाने का घोषणा कर दिया। अशोक चौधरी ने अपने कार्यालय से बरबीघा दौरे का कार्यक्रम,जारी करा दिया और अब आज अशोक चौधरी रवाना भी हो गए हैं।
अशोक चौधरी ने काफिले के साथ वे शुक्रवार की सुबह बरबीघा के लिए रवाना हो गए। मंत्री की ओर से जारी पत्र के मुताबिक अशोक चौधरी शुक्रवार को बरबीघा नगर परिषद की चार सड़कों का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। इसके बाद वे बरबीघा में भवन निर्माण के नव निर्मित निरीक्षण भवन का उद्घाटन करेंगे। अशोक चौधरी ने बरबीघा में भवन निर्माण के पास के कई जिलों के इंजीनियरों को बुला लिया है। वे वहीं उनके साथ बैठक भी करेंगे।
उधर, जेडीयू के कई नेता ऑफ दि रिकार्ड स्वीकार रहे हैं कि अशोक चौधरी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह के खिलाफ ये तेवर इसलिए दिखा रहे हैं, क्योंकि उन्हें नीतीश कुमार का आशीर्वाद हासिल है। ललन सिंह से अशोक चौधरी की बहस के बाद नीतीश कुमार हर रोज़ अशोक चौधरी से मिल रहे हैं। दोनों की मुस्कुराती हुई तस्वीर भी रोज सामने आ रही है। ऐसे में चर्चा चल रही है कि यह मामला ललन सिंह बनाम अशोक चौधरी का नहीं है। ये मामला बिहार मुख्यमंत्री बनाम जेडीयू राष्ट्रीय अध्यक्ष का है। जेडीयू के एक नेता ने कहा कि अशोक चौधरी को आगे कर नीतीश कुमार अपनी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह का होम्योपैथिक इलाज कर रहे हैं. इस इलाज का क्या असर होगा ये देखना दिलचस्प होगा।