कर्ज में लगातार डूब रहे पाकिस्तान को अब तिनके का सहारा चाहिए। ऐसे में वह चीन से दोस्ती बढ़ रहा है। गरीबी के हाल में भी पाकिस्तान ऐसे समय पर अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। अब वह चीन के साथ मिलकर अपनी सैन्य शक्ति को मजबूत करने में लगा हुआ है।
पाकिस्तान को अपनी मिसाइल की टेक्नोलॉजी भेज रहा चीन

जानकारी के मुताबिक, चीन अब अपने इस नए-नवेले दोस्त को सुपरसोनिक और हाइपरसोनिक मिसाइल की टेक्नोलॉजी भेजने की तैयारी में जुटा हुआ है। घबराने वाली बात ये है कि यदि पाकिस्तान के पास भी चीन की यह सुपरसोनिक और हाइपरसोनिक मिसाइल की टेक्नोलॉजी आ जाती है तो ये भारत समेत और भी कई देशों के लिए बड़ा खतरा साबित हो सकती है। इस खतरे को देखते हुए अब दुनिया के सबसे ताकतवर देश अमेरिका ने बड़ा कदम उठाया है।
अमेरिका ने उठाया बड़ा कदम
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने पाकिस्तान और चीन के खिलाफ बड़ा कदम उठाने का विचार किया है। बाइडेन प्रशासन ने ऐसी 43 कंपनियों को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा बताकर उन पर प्रतिबंध लगा दिया है। बता दें इन 43 कंपनियों में चीन की ही 31 कंपनियां शामिल हैं। इसके अलावा पाकिस्तान की चार कंपनियां शामिल हैं जिन पर प्रतिबंध लगा है। जानकारी के मुताबिक, ये सभी 43 कंपनियां सुपरसोनिक और हाइपरसोनिक मिसाइल पर काम कर रही हैं। साथ ही ये सुपरसोनिक और हाइपरसोनिक मिसाइल की तकनीक, निर्माण, डिजाइन, वॉरहेड समेत कई तरह की तकनीकों को डेवेलप कर रही हैं।
पाकिस्तानी पायलटों को चीन में मिल रही ट्रेनिंग
गौरतलब है कि एक तरफ जहां पाकिस्तान भले ही रोटी के लिए भी मोहताज है तो वहीं दूसरी ओर वह अपनी सैन्य शक्ति को बढ़ाने के लिए चीन के साथ मिला हुआ है। इस बार पाकिस्तान ने अपना रक्षा बजट 15 प्रतिशत तक बढ़ा दिया है। जानकारी के मुताबिक, पाकिस्तानी पायलटों को चीन ट्रेनिंग भी दे रहा है।