नालंदा की चिकसौरा थाना की पुलिस ने मिनी गन फैक्ट्री का उद्भेदन किया है, जिसमें पांच देसी कट्टा समेत, भारी मात्रा में हथियार बनाने के अर्ध-निर्मित सामान बरामद हुआ है। इस कार्रवाई के बारे में जानकारी प्राप्त करने के बाद, हिलसा डीएसपी सुमित कुमार ने सोमवार को चिकसौरा थाना में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मामले की जानकारी दी।

डीएसपी ने बताया कि चकसौरा थाना क्षेत्र के मिर्जापुर गांव में एक आदमी शिशुपाल मिस्त्री नामक द्वारा मिनी गन फैक्ट्री का संचालन किया जा रहा था, जिसकी गुप्त सूचना पुलिस को पहुंची थी। इसके बाद, हिलसा पुलिस निरीक्षक के नेतृत्व में दो छापामारी दल का गठन किया गया और उन्होंने शिशुपाल मिस्त्री के घर की तलाशी लेने का कार्रवाइ किया। तलाशी के दौरान अवैध रूप से मिनी गन फैक्ट्री के संचालन की प्रामाणिकता को पुष्टि की गई, और उसके घर से हथियार और अन्य सामान की बरामदगी की गई।

गिरफ्तार अभियुक्त से इस घटना के संबंध में और अन्य संलिप्त व्यक्तियों के संबंध में पूछताछ की जा रही है।
इसके पहले भी इस अभियुक्त ने 2017 में अवैध हथियार बनाने के आरोप में गिरफ्तार हो गया था, लेकिन वह जेल से रिहा होकर फिर से वैध रूप से अपनी गतिविधियों को शुरू कर दिया था। कुछ दिन पहले, उसने फिर से हथियार बनाने का काम शुरू किया था, जिसके परिणामस्वरूप वह फिर से पुलिस की नजर में आ गया।

इस घटना में एक और अभियुक्त की भी संलिप्तता का पता चल रहा है, जो कच्चे सामग्री शिशुपाल मिस्त्री के पास पहुंचाने में मदद करता था।पुलिस ने इस ऑपरेशन के दौरान पांच देसी कट्टा, एक अर्ध-निर्मित कट्टा, दो मोबाइल सेट, 24 देसी कट्टे का बैरल, 10 मुट्ठी बट, दो वैस, एक ड्रिल मशीन, 5 रेती, एक आरी फार्मा, दो हथौड़ी, एक पेचकस, और एक भट्ठी का सामान बरामद किया है।
इस ऑपरेशन में हिलसा अंचल पुलिस निरीक्षक प्रमोद कुमार, चिकसौरा थाना अध्यक्ष उमाशंकर मिश्रा, प्रशिक्षु दारोगा रवि कुमार, जमादार मनोज कुमार पांडे, दिलीप कुमार, सुबोध राणा, और चिकसौरा थाना की पुलिसकर्मी शामिल थे।
यह घटना मिनी गन फैक्ट्री के बढ़ते अर्ध-निर्मित हथियारों के विरुद्ध पुलिस की कठिन कदमों का एक और उदाहरण है, जो सामाजिक सुरक्षा और क़ानून-व्यवस्था को सुनिश्चित करने के लिए कई प्रमुख कदम उठा रही है।