रोहित गोदारा, जिसे राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या के मास्टरमाइंड के रूप में जाना जा रहा है, वह ‘डंकी रूट’ से भाग निकला है। गोदारा ने भारत में जयपुर में दो शूटरों की गिरफ्तारी के बाद देश से बाहर निकल चुका है और उसे अजरबैजान के पास देखा गया है।
गोदारा की लोकेशन को ढूंढने की कोशिशें तेज हैं, और उसका पता लगाना काफी मुश्किल है क्योंकि वह सिम बॉक्स का इस्तेमाल करके कॉल कर रहा है, जिससे उसकी लोकेशन का ठीक-ठीक पता लगाना कठिन है। गोदारा को पुर्तगाल और अजरबैजान के बीच कहीं देखा गया है, और इससे उम्मीद है कि उसे जल्दी ही पकड़ा जा सकेगा।
गोदारा का कहना है कि उसने गोगामेड़ी की हत्या की जिम्मेदारी ली है, और इसके बाद वह ‘डंकी रूट’ से भाग निकला है। इसे भारतीय कानून प्रवर्तन एजेंसियों के द्वारा देश भर में खोजा जा रहा है। गोदारा का साथी लॉरेंस बिश्नोई भी पहले ही इसी ‘डंकी रूट’ से भाग चुका था और अब वह अजरबैजान में है।
एक अधिकारी ने बताया कि गोदारा ने पिछले महीने दिल्ली से दुबई भाग जाने के लिए नकली पासपोर्ट का इस्तेमाल किया था, और उसकी लोकेशन साउथ-वेस्टर्न यूरोप में नजर आई थी। वही रूट उसके साथी सचिन बिश्नोई द्वारा भी चुनी गई थी, जो भी अजरबैजान गया था। गोदारा की जल्दी पकड़ी जाने की कोशिश है, और यह माना जा रहा है कि उसे अजरबैजान से कनाडा या अमेरिका जाने की संभावना है।
गोदारा की बातचीत इंटरसेप्ट में हुई थी, और इसके बाद उसे ढूंढने की प्रक्रिया तेज हो गई है। उसकी गुर्गे से की गई बातचीत में उसका साथी सचिन बिश्नोई को भी गोदारा ने डीप रूट से यात्रा करने का कहा था। गोदारा और बिश्नोई दोनों ही भागोड़े और अवैध इमिग्रेंट्स की रूट का इस्तेमाल कर रहे हैं, जो उन्हें एक सुरक्षित स्थान तक पहुंचा सकती है।
गोदारा को पुर्तगाल और अजरबैजान के बीच देखा जा रहा है और उम्मीद है कि उसे जल्दी ही भारत लाए जाएगा ताकि उसपर लगाए गए गंभीर आरोपों का सामना कर सके।