अयोध्या में भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा के आगे तैयारी धूमधाम से चल रही है। शहर को सजाने के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं, जिससे हर कोने में ‘जय श्रीराम’ की भव्यता छाई रहेगी। 22 जनवरी को अयोध्या में होने वाले राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा समारोह को ध्यान में रखते हुए, शहर के ढेर सारे रास्ते को सजाया गया है।

राम पथ का एक 13 किलोमीटर लंबा अंश, जिसे राम पथ कहा जा रहा है, हर ओर से ‘जय श्रीराम’ के नारों से भरा हुआ है। इस तैयारी का एक हिस्सा रूप में अयोध्या के विभिन्न क्षेत्रों में ‘सीता राम’ और ‘जय श्रीराम’ का लेखा जा रहा है। दुकानों की दीवारों पर स्वास्तिक और राम मंदिर से जुड़ी पेंटिंग्स देखने को मिल रही हैं। इसके साथ ही, रात के समय, जब दुकानें बंद हो जाती हैं, तो हर तरफ स्वास्तिक और राम मंदिर की छवियां दिखाई देती हैं।

22 जनवरी को जब राम भक्त इस 13 किलोमीटर लंबे राम पथ से गुजरेंगे, तो उन्हें हर दिशा से प्रभु श्रीराम का स्वरूप दिखेगा। इस साजगोज और आत्मविश्वास भरे रूप में, यह सारी तैयारी विकास प्राधिकृति अथॉरिटी की ओर से की जा रही है।
अयोध्या, जिसे हम प्रभु श्रीराम की नगरी कहते हैं, पूरी तरह से बदल चुकी है। यहां के घरों की दीवारों पर भगवान राम की कहानियों का जीवंत चित्रण किया गया है। शहर के चित्रकलाकार अयोध्या की दीवारों पर राम रंग भरने का कार्य कर रहे हैं।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी इस महत्वपूर्ण समय में अयोध्या में हैं और 30 दिसंबर को प्रस्तावित पीएम मोदी के कार्यक्रम की तैयारियों की जाँच करेंगे। इस दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या में भव्य रेलवे स्टेशन और एयरपोर्ट का उद्घाटन करेंगे। उनके आगमन के बाद रोड शो और सार्वजनिक समारोह का भी आयोजन हो सकता है। 22 जनवरी के कार्यक्रम की तैयारियां लगभग पूर्ण हो चुकी हैं, और इस समय का रिहर्सल देखा जा सकता है।