अडानी ग्रुप के चेयरमैन, गौतम अडानी, ने अपनी कंपनी के नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं के लिए फ्रांस की टोटल एनर्जीज एसई के साथ एक नए जॉइंट वेंचर में 30 करोड़ डॉलर का निवेश करने की घोषणा की है। इस संयुक्त उद्यम कंपनी का नाम ‘अडाणी ग्रीन एनर्जी ट्वेंटी थ्री लिमिटेड’ (AGIL23L) है। AGIL23L के पास वर्तमान में 1,050 मेगावाट (MWAC) की ऊर्जा उत्पादन क्षमता है, जिसमें पहले से ही 300 मेगावाट की ऊर्जा पैदा हो रही है। टोटल एनर्जीज एसई और अडानी ग्रुप ने इस संयुक्त उद्यम कंपनी को एक समानांतर सहयोग (50:50) के साथ स्थापित करने के लिए 30 करोड़ डॉलर का निवेश करने की घोषणा की है। AGIL23L के पोर्टफोलियो में सौर और पवन ऊर्जा के प्रोजेक्ट्स शामिल हैं।
AGIL23L की ऊर्जा उत्पादन क्षमता में बढ़ोतरी, अडानी ग्रुप के शेयरों में गिरावट
AGIL23L के पास 1,050 मेगावाट की ऊर्जा उत्पादन क्षमता है, जिसमें पहले से ही 300 मेगावाट की ऊर्जा पैदा हो रही है। इसके अलावा, 500 मेगावाट की ऊर्जा उत्पादन की चरण में है और 250 मेगावाट की ऊर्जा उत्पादन के चरण में है।इस समाचार के पहले, हिंडनबर्ग ने अडानी ग्रुप पर आरोप लगाया था कि उसने अपनी लिस्टेड कंपनियों के स्टॉक में हेरफेर किया है। इसके परिणामस्वरूप, अडानी ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में बड़ी गिरावट दर्ज हुई थी। इसका परिणाम यह हुआ कि अडानी ग्रुप के शेयर 52 हफ्तों के निचले स्तर पर पहुंच गए।
सुप्रीम कोर्ट की समिति ने अडानी ग्रुप के खिलाफ हिंडनबर्ग के आरोपों को खारिज किया
हालांकि, इन सभी आरोपों का अडानी ग्रुप ने इनकार किया था, और इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले की जांच के लिए एक छह सदस्यीय समिति का गठन किया था। इस समिति ने अपनी जांच पूरी की और सुप्रीम कोर्ट को अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की है, जिसमें अडानी ग्रुप के खिलाफ हिंडनबर्ग के आरोपों को खारिज किया गया है।
इस समाचार के साथ, अडानी ग्रुप ने नवीनतम डील की घोषणा की है, जिसका मकसद नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में उनके प्रतिष्ठित साथी, टोटल एनर्जीज एसई के साथ एक महत्वपूर्ण कदम बढ़ाना है। AGIL23L के जरिए यह संयुक्त वेंचर कंपनी नवीकरणीय ऊर्जा प्रोजेक्ट्स को प्रोत्साहित करने और विकसित करने का प्रयास करेगी, जिससे सुस्त और साफ ऊर्जा के क्षेत्र में और आगे कदम बढ़ा सकते हैं।