फिल्मों में तो आपने अक्सर देखा होगा कि बुढ़ापे की उम्र के करीब आते-आते भी पुलिस के जवान खुद को फिट दिखाने की खूब कोशिश करते हैं। यदि वह ऐसा नहीं करेंगे तो उनसे उनकी रोजी-रोटी छिन जाएगी। शरीर और ताकत साथ नहीं देती फिर भी वह नौकरी बचाने के लिए जुटे ही रहते हैं। ऐसा ही कुछ इन दिनों बिहार में देखा जा रहा है।
बिहार में 2011 में होमगार्ड की भर्ती निकली थी

दरअसल, बिहार में 2011 में होमगार्ड की भर्ती निकली थी। इसके लिए सैकड़ों लोगों ने एप्लाय किया था। इस भर्ती के लिए यह प्रक्रिया थी कि निर्धारित की गई उम्र का जो भी व्यक्ति फिजिकल टेस्ट पास कर लेगा, उसे नौकरी मिल जाएगी। ऐसे में एप्लाय करने वाले सभी अभियार्थी होमगार्ड की भर्ती के लिए होने वाले फिजिकल टेस्ट की तैयार में जुट गए। वह दिन-रात पसीना बहाते रहे। इस भर्ती के लिए आवेदन तो ले लिया गया लेकिन इसके फिजिकल टेस्ट की कोई तारीख निर्धारित नहीं की गई।
अब पूरे 12 साल बाद यानी साल 2023 में फिजिकल टेस्ट लिया जा रहा है

हैरान करने वाली बात तो ये है कि साल 2011 में निकली होमगार्ड की भर्ती के लिए अब पूरे 12 साल बाद यानी साल 2023 में फिजिकल टेस्ट लिया जा रहा है। इन 12 सालों में तो कई अभियार्थी अपने मोड़ पर आ पहुंचे हैं, जहां उनका शरीर उनका साथ देने लायक ही नहीं बचा है। वह कमजोर हो चुके हैं। कई लोगों की उम्र 40 के पार पहुँच चुकी है।
रेखा नामक महिला ने भी साल 2011 में बिहार होम गार्ड भर्ती के लिए एप्लाय किया था
चनपटिया प्रखंड के वृंदावन गांव की रहने वाली रेखा नामक महिला ने भी साल 2011 में बिहार होम गार्ड भर्ती के लिए एप्लाय किया था। उस वक्त उनका शरीर काफी हष्ट-पुष्ट था ऐसे में वह आसानी से फिजिकल टेस्ट पार कर लेती। लेकिन अब उनका शरीर साथ देने लायक नहीं बचा है। रेखा ने बताया कि, ‘उस वक्त मेरे बच्चे साथ में दौड़ा करते थे, आज मेरे बच्चे के बच्चे साथ में दौड़ते हैं।’
इस उम्र में शरीर के हर एक भाग में हर जगह दर्द रहता है
रेखा की तरह ही चनपटिया प्रखंड के पन्नालाल और प्रमोद का भी यही कहना है कि, जब उन्होंने 12 साल पहले होमगार्ड के पड़ के लिए आवेदन किया था, उस समय वो जवान थे। तब उनके शरीर में जोश और जुनून था, लेकिन आज उनका शरीर साथ नहीं देता है। इस उम्र में शरीर के हर एक भाग में हर जगह दर्द रहता है। ऐसे में फिजिकल की तैयारी कोई कैसे कर सकता है।