राजस्थान के चुनावी मैदान में एक नया मोड़ आया है, जब ईडी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे, वैभव गहलोत को समन भेजा है। इसके बारे में आगे चर्चा करते हैं…सीएम अशोक गहलोत ने इस कदम पर प्रतिक्रिया दी है और कहा है कि पूरे देश में छापे का आतंक है और बीजेपी एजेंसियों को गलत तरीके से इस्तेमाल कर रही है।
उन्होंने कहा है कि बीजेपी हमारी गारंटियां रोकना चाहती है और इसे एक राजनीतिक हमला माना जा रहा है। इस घटना के पीछे की कहानी में एक और पहलु है, जो किरोड़ी मीणा के साथ जुड़ी है।
मुख्यमंत्री ने कहा है कि किरोड़ी मीणा पूरी तरह से मिले हुए हैं और उन्होंने एक टिकट के लिए मिलकर इस मुद्दे को उजागर किया है। इसके अलावा, वह डोटासरा के खिलाफ कोई शिकायत नहीं है और इसे एक राजनीतिक कदम के रूप में नहीं देख रहे हैं। उन्होंने ED, CBI, और इनकम टैक्स जैसी एजेंसियों की क्रेडिबिलिटी पर सवाल उठाया और कहा कि इसके कारण पूरे देश में आतंक मचा रखा गया है।
यह विवादित कदम राजस्थान के चुनावी सीने में नए आयामों को छूने का प्रयास कर सकता है, जिससे चुनावी रंग में और बढ़ोतरी हो सकती है। कैसे पलटता है यह समीक्षा अगले कुछ हफ्तों में साफ होगी।