स्वाति मालीवाल और अरविंद केजरीवाल के पूर्व पीए बिभव कुमार के बीच चल रहा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। यह मामला अब और भी गहरा गया है जब निर्भया की मां आशा देवी ने स्वाति मालीवाल के समर्थन में बयान दिया है। इस समर्थन ने विवाद को एक नया मोड़ दे दिया है, जिसमें अब राजनीति और व्यक्तिगत आरोप-प्रत्यारोप भी शामिल हो गए हैं।
विवाद की पृष्ठभूमि
स्वाति मालीवाल ने आरोप लगाया है कि जब वे अरविंद केजरीवाल से मिलने उनके आवास पहुंची तो बिभव कुमार ने उनके साथ मारपीट की। इस घटना के बाद से ही विवाद बढ़ता जा रहा है। स्वाति मालीवाल का कहना है कि बिभव कुमार ने उनके साथ अभद्रता की और उन्हें शारीरिक चोटें पहुंचाईं। इस मामले में दिल्ली पुलिस की जांच जारी है और अरविंद केजरीवाल के परिवार से भी पूछताछ की जा रही है।
आशा देवी का समर्थन
निर्भया की मां आशा देवी ने स्वाति मालीवाल के समर्थन में बयान देते हुए कहा कि अरविंद केजरीवाल को इस मामले में कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने कहा, “अरविंद केजरीवाल जो कहते हैं कि वो दिल्ली के भाई हैं, बेटे हैं, तो उन्हें इस मामले में कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।” आशा देवी ने बताया कि उन्होंने खुद देखा है कि स्वाति मालीवाल ने अरविंद केजरीवाल के साथ मिलकर महिलाओं के लिए काम किया है और वे उनके समर्थन में हैं।
स्वाति मालीवाल की प्रतिक्रिया
स्वाति मालीवाल ने आशा देवी के इस बयान को अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर शेयर किया और उनके समर्थन के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “निर्भया की माता जी ने देश में इंसाफ़ की लंबी लड़ाई लड़ी है। जब मैं बच्चों के रेपिस्ट को सज़ा दिलाने के लिए अनशन कर रही थी, तब भी उन्होंने मेरा साथ दिया था। आज उन्होंने मेरे समर्थन में ये वीडियो बनाई तो दिल बड़ा भावुक हुआ।”
राजनीतिक प्रतिक्रिया
स्वाति मालीवाल ने यह भी कहा कि कुछ नेता आशा देवी को उनके समर्थन के लिए भाजपा का एजेंट बता देंगे। इस तरह के बयान से विवाद को और भी राजनीतिक रंग मिल गया है। भाजपा और आम आदमी पार्टी के बीच यह विवाद अब व्यक्तिगत आरोप-प्रत्यारोप से बढ़कर राजनीतिक लड़ाई का रूप ले चुका है।
दिल्ली पुलिस की जांच
दिल्ली पुलिस की टीम अब अरविंद केजरीवाल के माता-पिता और उनकी पत्नी से पूछताछ करने की तैयारी में है। केजरीवाल ने सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी दी और बताया कि दिल्ली पुलिस उनके माता-पिता से पूछताछ करने वाली है। हालांकि, इसके पीछे का कारण स्पष्ट नहीं किया गया है।
राजनीतिक और सामाजिक प्रभाव
स्वाति मालीवाल और आशा देवी के इस विवाद में उतरने से यह मामला अब केवल एक व्यक्तिगत विवाद नहीं रह गया है, बल्कि इसमें राजनीतिक और सामाजिक प्रभाव भी शामिल हो गए हैं। अरविंद केजरीवाल पर दबाव बढ़ गया है कि वे इस मामले में स्पष्टता प्रदान करें और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें।
इस विवाद ने दिल्ली की राजनीति में हलचल मचा दी है और विभिन्न राजनीतिक दलों ने अपनी-अपनी प्रतिक्रियाएं देना शुरू कर दिया है। भाजपा ने इस मुद्दे को उठाते हुए आम आदमी पार्टी और उसके नेतृत्व पर निशाना साधा है, जबकि आम आदमी पार्टी ने इसे भाजपा की साजिश करार दिया है।
स्वाति मालीवाल और बिभव कुमार के बीच का विवाद केवल व्यक्तिगत नहीं है, बल्कि यह राजनीति और समाज पर भी व्यापक प्रभाव डाल रहा है। आशा देवी का समर्थन और स्वाति मालीवाल की प्रतिक्रिया ने इस विवाद को और भी जटिल बना दिया है। दिल्ली पुलिस की जांच और आगे की कार्रवाई पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं। यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि अरविंद केजरीवाल इस मामले को कैसे संभालते हैं और क्या कदम उठाते हैं।
इस विवाद ने न केवल व्यक्तिगत और राजनीतिक स्तर पर चर्चा का विषय बना दिया है, बल्कि इससे समाज में महिलाओं की सुरक्षा और न्याय की मांग को भी एक नई दिशा मिल सकती है। सभी की निगाहें अब इस मामले की जांच और उसके परिणामों पर हैं।