हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस के करीब 8 से 9 विधायकों ने बीजेपी उम्मीदवार को वोट किया है। सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस के कई विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की है।
राज्यसभा चुनाव में विधायकों के दल-बदल का सिलसिला जारी है। यूपी के बाद अब हिमाचल प्रदेश में ‘खेला’ हो गया है। सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस के करीब 8 से 9 विधायकों ने बीजेपी उम्मीदवार को वोट किया है। हांलाकि क्रॉस वोटिंग करने वाले विधायकों के नाम अभी सामने नहीं आए हैं। बताया जा रहा है कि कांग्रेस विधायक सुदर्शन बब्लू वोट डालने शिमला नहीं पहुंचे हैं। वे पंजाब के होशियारपुर के एक अस्पताल में भर्ती हैं।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कही ये बात
राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग के मामले पर हिमाचल प्रदेश कांग्रेस प्रमुख प्रतिभा वीरभद्र सिंह का कहना है कि जब नतीजे आएंगे तब देखेंगे। हमें उम्मीद है कि हमारा उम्मीदवार चुनाव जीतेगा। हमारे पास बहुमत है। हमें पहले से पता था कि वे (भाजपा) धनबल का इस्तेमाल करेगी। वहीं, प्रदेश के मंत्री और कांग्रेस नेता विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि जहां तक मेरा सवाल है, मेरी अंतरात्मा साफ है।
बता दें कि हिमाचल प्रदेश से राज्यसभा की एकमात्र सीट के लिए मंगलवार को मतदान जारी है। मतदान सुबह नौ बजे शुरू हुआ। चुनाव तेजी से हुआ और 68 में से 67 विधायकों ने वोट डाल दिए हैं। चिंतपूर्णी से कांग्रेस विधायक सुदर्शन बबलू अस्वस्थ हैं और उन्होंने अभी तक अपना वोट नहीं डाला है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने वोट डालने के बाद कहा कि विधायकों ने पार्टी की विचारधारा के अनुरूप वोट किया है।
अभिषेक मनु सिंघवी और हर्ष महाजन मैदान में
विपक्ष के नेता जय राम ठाकुर ने पहले कहा था कि वोट देना विधायकों का लोकतांत्रिक अधिकार है और यह जरूरी नहीं है कि उम्मीदवार निर्विरोध चुना जाए। उन्होंने कहा, ‘‘हमने स्थिति को देखते हुए उम्मीदवार खड़ा किया है और उम्मीद है कि सभी विधायक सोच-समझकर वोट देंगे। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कांग्रेस उम्मीदवार अभिषेक मनु सिंघवी के खिलाफ हर्ष महाजन को मैदान में उतारा है। तीन बार कांग्रेस के विधायक रहे और राज्य के पूर्व मंत्री महाजन ने सितंबर 2022 में विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी से इस्तीफा दे दिया था और भाजपा में शामिल हो गए थे। कांग्रेस के पास 68 में से 40 विधायकों और तीन निर्दलीय विधायकों के समर्थन के साथ स्पष्ट बहुमत है।