उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने मुंबई में आयोजित श्रीमद राजचंद्रजी की जयंती समारोह में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को युगपुरुष के रूप में समर्पित करते हुए उनकी तुलना महात्मा गांधी से की। उन्होंने मोदी के कार्यों की सराहना की और उन्हें देश के युगपुरुष के रूप में चिह्नित किया। इसके बाद, उपराष्ट्रपति के इस बयान के परंपरागत अर्थ के बारे में विपक्षी दलों ने आलोचना की है।
उपराष्ट्रपति ने यहां कहा, “महात्मा गांधी ने सत्य और अहिंसा से हमें अंग्रेजों की गुलामी से छुटकारा दिलाया, भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने देश को प्रगति के उस रास्ते पर डाल दिया है, जिस पर हम सदैव देखना चाहते थे!”श्रीमद राजचंद्रजी की जयंती के इस महत्वपूर्ण मौके पर, मैं आप सभी को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। राजचंद्रजी ने अपने जीवन में सत्य और अहिंसा के माध्यम से एक नये भारत की स्थापना करने का संकल्प किया। उनकी शिक्षाएं हमें आज भी मार्गदर्शन कर रही हैं।
मुझे गर्व है कि हमारे देश में एक ऐसा प्रधानमंत्री है जो युगपुरुष महात्मा गांधी के उदाहरण की तरह देश के विकास और समृद्धि की दिशा में कार्यरत हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने अपने कार्यकाल में शिक्षा, स्वच्छता, और विकास के क्षेत्र में अनेक महत्वपूर्ण पहलुओं को समर्थन किया है। उनके कुशल नेतृत्व में देश ने नए मील के पथ पर कदम बढ़ाया है।
लोकतंत्र के मंदिर में अशांति के मामले में हम सभी को सावधान रहना चाहिए। विपक्षी दलों की आलोचना का सामना करते हुए भी, हमें लोकतंत्र के मूल सिद्धांतों का पालन करना चाहिए। यदि हमारे देश में लोग ठान लें कि सड़क पर हमारा आचरण कानून के अनुरूप होगा, तो दुनिया देखेगी भारत बदल गया है।
इस समय, हमें एक जुट होकर लोकतंत्र, समानता, और विकास के मार्ग पर चलने का संकल्प लेना चाहिए। विवाद, संवाद, चर्चा और विचार-विमर्श से हमें समृद्धि की दिशा में बढ़ावा मिलेगा, वहां व्यवधान और अशांति नहीं होगी।
यदि हमारे देश में लोग ठान लें कि सड़क पर हमारा आचरण कानून के अनुरूप होगा, तो दुनिया देखेगी भारत बदल गया है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र के मंदिर जो वाद-उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने बीते दिन मुंबई में श्रीमद राजचंद्रजी की जयंती समारोह को संबोधित किया। यहां उन्होंने कहा कि देश में बदलाव शिक्षा, समानता, अच्छे व्यवहार से आता है। विवाद, संवाद, चर्चा और विचार-विमर्श से समृद्ध होने चाहिए, वहां व्यवधान और अशांति फैली है।
श्रीमद राजचंद्र की जयंती पर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि आज भारत प्रतिभाओं से भरा देश है। इसकी आबादी 140 करोड़ है। आज अगर आज राजचंद्र जी जीवित होते तो 21 सितंबर को लोकसभा और विधानसभा में महिलाओं को एक तिहाई आरक्षण देने का बिल पास करने के लिए मेरी तारीफ करते। अगर आज महात्मा गांधी जीवित होते तो स्वच्छता अभियान को आगे बढ़ाने के लिए पीएम मोदी की तारीफ करते।
आप सभी से निवेदन है कि हम सभी मिलकर एक सशक्त, समृद्ध, और विकसित भारत की दिशा में काम करें, जिसमें हर नागरिक को समानता और सुरक्षा का महसूस हो। धन्यवाद।”
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का इस संवाद से पता चलता है कि वे देश के प्रधानमंत्री की तारीफ में किस प्रकार से संवेदनशील हैं और वे उन्हें युगपुरुष के रूप में देख रहे हैं।