बिजनेसमैनों ने बिहार सरकार के ‘बिहार बिजनेस कनेक्ट-2023’ सम्मेलन के पहले दिन 26,429 करोड़ रुपये के प्रस्तावित निवेश समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं। इसमें 15 प्रमुख उद्योग समूहों के साथ 10,304.91 करोड़ रुपये के समझौते शामिल हैं, जिनमें पटेल एग्री इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड, देव इंडिया प्रोजेक्ट, स्प्रे इंजीनियरिंग डिवाइसेज लिमिटेड जैसी कंपनियां शामिल हैं।
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इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (IOC) ने भी इस समझौते में बड़े निवेश की घोषणा की है, जिसमें 7,386.15 करोड़ रुपये की प्रतिबद्धता शामिल है। इसके साथ ही, अन्य कंपनियों जैसे पटेल एग्री इंडस्ट्रीज, इंडो-यूरोपियन रिसर्च एंड हेल्थकेयर, अल्ट्राटेक सीमेंट लिमिटेड, और भी कई ने निवेश करने का ऐलान किया है।
उद्योग मंत्री समीर कुमार महासेठ ने सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में बिहार सरकार की ओर से आर्थिक क्षेत्र (एसईजेड) के गठन की मांग की है और उद्योगपतियों को यह आश्वसन दिया है कि सरकार उन्हें हर संभव सहायता प्रदान करेगी। महासेठ ने कहा कि नए बिहार में बदलाव आया है और राज्य में उद्योग बढ़ेगा तो पूरे देश में प्रगति होगी।
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निवेशक तेजी से बिहार की ओर रुख कर रहे हैं और इससे राज्य अगले पांच वर्षों में उद्योगों के मामले में शीर्ष 10 राज्यों में शामिल हो सकता है। इससे बिहार को और बढ़िया रोजगार के अवसर मिलेंगे और राज्य का समृद्धि में योगदान होगा।
इस वैश्विक निवेशक शिखर सम्मेलन के माध्यम से बिहार को विशेष दर्जा मिले, इसके लिए सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री संजय कुमार झा ने भी सरकार की प्रयासों की सराहना की है। सरकार ने निवेश के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई हैं और इसमें और भी सुधार करने का आश्वासन दिया गया है।
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बिहार में आयोजित ‘बिहार बिजनेस कनेक्ट-2023’ सम्मेलन के पहले दिन, लगभग 600 कारोबारियों ने विभिन्न क्षेत्रों में निवेश की शिकरत की है। इस सम्मेलन के माध्यम से देश-दुनिया के बिजनेसमैनों ने बिहार में उद्योग और व्यापार के क्षेत्र में नए निवेश के प्रस्तावों पर चर्चा की है।
सम्मेलन के पहले सत्र में कपड़ा और चमड़ा क्षेत्रों पर चर्चा के बाद, 554.4 करोड़ रुपये के निवेश के लिए आठ प्रमुख कंपनियों के साथ समझौते हुए हस्ताक्षर किए गए। इसमें सावी लेदर्स, कोमल टेक्सफैब, मां प्रभावती टेक्सटाइल मिल्स, कॉसमस लाइफस्टाइल प्राइवेट लिमिटेड, और भारती एक्ज़िम प्राइवेट लिमिटेड जैसी कंपनियां शामिल हैं।
इसके बाद, सम्मेलन के दूसरे सत्र में खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में निवेश पर चर्चा की गई और 15 प्रमुख उद्योग समूहों के साथ 10,304.91 करोड़ रुपये के समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए। इसमें पटेल एग्री इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड के साथ 5,230 करोड़ रुपये, देव इंडिया प्रोजेक्ट के साथ 1600 करोड़ रुपये और स्प्रे इंजीनियरिंग डिवाइसेज लिमिटेड 800 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव शामिल हैं।
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दिन के तीसरे सत्र में सामान्य विनिर्माण क्षेत्र में निवेश पर चर्चा की गई और इस क्षेत्र की 15 अग्रणी कंपनियों ने 15,570.61 करोड़ रुपये के एमओयू पर हस्ताक्षर किए हैं। इसमें आईओसी के साथ 7,386.15 करोड़ रुपये, इंडो-यूरोपियन रिसर्च एंड हेल्थकेयर प्राइवेट लिमिटेड के साथ 2,000 करोड़ रुपये, अल्ट्राटेक सीमेंट लिमिटेड के साथ 1,000 करोड़ रुपये, स्टार सीमेंट के साथ 650 करोड़ रुपये, भारत एनर्जी डिस्टिलरी प्राइवेट लिमिटेड के साथ 614 करोड़ रुपये, मेडिकल वर्ल्ड प्राइवेट लिमिटेड के साथ 600 करोड़ रुपये, और भारत प्लस इथेनॉल प्राइवेट लिमिटेड के साथ 565 करोड़ रुपये के निवेश शामिल हैं।
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इसके अलावा, शिव इंडस्ट्रीज ने 480 करोड़, श्री निलयम प्री कोटेड प्राइवेट लिमिटेड ने 261.26 करोड़ रुपये, भारती एयरटेल ने 250 करोड़ रुपये, आरकेडी स्पोर्ट्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने 245 करोड़ रुपये के निवेश को लेकर प्रतिबद्वता जताई। गोदरेज इंडस्ट्रीज के समूह अध्यक्ष राकेश स्वामी ने बिहार में खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में निवेश का भरोसा दिलाया।
इस सम्मेलन में वियतनाम, अमेरिका, ताइवान, जापान, जर्मनी, यूएई, और अन्य 16 देशों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया है। ब्रिटानिया, अडाणी समूह, गोदरेज समूह जैसी प्रमुख भारतीय कंपनियां भी सम्मेलन में शामिल हुई हैं।
सम्मेलन के अगले दिनों में और भी निवेशों की घोषणाएं हो सकती हैं, जिससे बिहार को और बड़ा और सशक्त उद्योग क्षेत्र मिलेगा।