इंडिया गठबंधन की बैठक से पहले दिल्ली और बिहार में लगे पोस्टरों ने नीतीश कुमार को लेकर चर्चा को गरमाहट दी है. पोस्टरों में लिखा है, ‘जीत चाहिए तो नीतीश चाहिए.’ इसके साथ ही जदयू के तरफ से गठबंधन की कमान नीतीश कुमार को सौंपने और उन्हें पीएम पद का उम्मीदवार बनाए जाने की मांग भी हो रही है.
![](https://sabsetejkhabar.com/wp-content/uploads/2023/12/image_2023_12_19T08_42_19_617Z.png)
इस पर्दे के पीछे राजद ने अपनी सहमति जताई है, और पटना में लगे पोस्टरों को देखकर कहा गया है कि नीतीश कुमार का चेहरा ‘उस’ पद के काबिल है. जदयू की ओर से नीतीश को पीएम बनाने की मांग हो रही है, जो पोस्टरों के माध्यम से उजागर हो रही है.
विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) की बैठक में सीट के बंटवारे, साझा जनसभाओं और रणनीति तय करने की चर्चा होगी. इस बैठक में विपक्षी दलों के नेताओं ने भाग लिया है, और इसमें बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी शामिल हैं.
![](https://sabsetejkhabar.com/wp-content/uploads/2023/12/image_2023_12_19T08_42_54_940Z-1024x768.png)
इसके अलावा, विधानसभा चुनाव के बाद बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को गठबंधन का नेतृत्व सौंपने की मांग फिर से उठी है. तीन राज्यों में कांग्रेस की हार के बाद इस मांग को मिली समर्थन मिल रहा है.
आने वाले लोकसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन ने भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) का मुकाबला करने के लिए तैयारी की है. इस गठबंधन की तीन बैठकें पहले ही हो चुकी हैं, और इसमें चुनाव की रणनीति और सीटों के बंटवारे पर चर्चा की जा रही है.
इस पूरे संदर्भ में, नीतीश कुमार को लेकर चल रही राजनीतिक गतिविधियों ने राजनीतिक समीकरण को गरमा गरमा कर दिया है, और आने वाले चुनाव के लिए गठबंधन की रणनीति को भी महत्वपूर्ण बना दिया है.