प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद अपनी पहली विदेश यात्रा पर इटली पहुंचे हैं। इस यात्रा का उद्देश्य G7 शिखर सम्मेलन में भाग लेना है, जहां वे वैश्विक नेताओं के साथ महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करेंगे। इटली के ब्रिंडिसि हवाई अड्डे पर प्रधानमंत्री मोदी का भव्य स्वागत किया गया। भारतीय दूतावास के अधिकारी भी वहां उपस्थित थे। पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा, “मैं G7 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए इटली पहुंच गया हूं। दुनिया के नेताओं के साथ मिलकर सार्थक चर्चा करने के लिए उत्सुक हूं।”
G7 शिखर सम्मेलन और इसके महत्व
G7 समूह में अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, इटली, जर्मनी, कनाडा और जापान शामिल हैं। इटली वर्तमान में G7 की अध्यक्षता और मेजबानी कर रहा है। इस शिखर सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य वैश्विक भू-राजनीतिक उथल-पुथल से निपटना और वैश्विक चुनौतियों का समाधान ढूंढना है। इस बार के शिखर सम्मेलन में यूक्रेन में युद्ध और गाजा में संघर्ष के मुद्दों पर विशेष ध्यान दिए जाने की संभावना है।
वैश्विक चुनौतियों का समाधान
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने एक्स हैंडल पर लिखा कि, “हमारा लक्ष्य वैश्विक चुनौतियों का समाधान करना और उज्जवल भविष्य के लिए अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देना है।” शिखर सम्मेलन में मोदी इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की समेत कई विश्व नेताओं से मुलाकात करेंगे। यह बैठकें भारत के वैश्विक सहयोग और रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण हैं।
कार्यक्रम और एजेंडा
![](https://sabsetejkhabar.com/wp-content/uploads/2024/06/image_2024_06_14T04_37_36_278Z-1024x576.png)
शिखर सम्मेलन 13 से 15 जून तक इटली के अपुलिया क्षेत्र के बोर्गो एग्नाजिया के आलीशान रिसॉर्ट में आयोजित हो रहा है। पीएम मोदी ने समिट के लिए रवाना होने से पहले कहा था कि वह इस यात्रा के लिए उत्साहित हैं। उन्होंने कहा, “आउटरीच सत्र में चर्चा के दौरान कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI), ऊर्जा, अफ्रीका और भूमध्यसागरीय क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।” यह भारत की अध्यक्षता में आयोजित G20 शिखर सम्मेलन और आगामी G7 शिखर सम्मेलन के परिणामों के बीच अधिक तालमेल लाने का अवसर होगा।
भारत-इटली के बीच सहयोग
प्रधानमंत्री मोदी G7 की बैठक से इतर इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी के साथ द्विपक्षीय बैठक भी करेंगे। उन्होंने कहा, “पिछले साल प्रधानमंत्री मेलोनी की भारत की दो यात्राओं ने हमारे द्विपक्षीय एजेंडे को गति और गहराई देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।” इस बैठक में दोनों प्रधानमंत्री द्विपक्षीय संबंधों के संपूर्ण पहलुओं की समीक्षा करेंगे और अगले कदमों के लिए दिशा-निर्देश देंगे। इसके अलावा प्रधानमंत्री मोदी कई अन्य नेताओं के साथ भी द्विपक्षीय बैठकें करेंगे।
14 जून का कार्यक्रम (इटली के स्थानीय समय के अनुसार)
– 10:45-11:10: फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ द्विपक्षीय वार्ता।
– 11:10-11:30: ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक के साथ वार्ता।
– 13:30: G7 समिट वेन्यू बोर्गो इम्नेजिया में आगमन।
– 13:45: इटली की प्रधानमंत्री के साथ वेलकम फोटो सेशन।
– 14:00-17:30: G7 आउटरीच सत्र।
– 17:30-17:45: फैमिली फोटो सेशन।
– 17:50-18:15: जर्मनी के चांसलर ओलाफ स्कोल्ज के साथ द्विपक्षीय वार्ता।
– 18:20-18:40: इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी के साथ द्विपक्षीय वार्ता।
– 18:40-19:30: स्पेशल मीटिंग।
– 19:30-19:55: जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा के साथ द्विपक्षीय वार्ता।
– 20:30-21:30: सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ इटली की प्रधानमंत्री मेलोनी द्वारा आयोजित डिनर।
प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा भारत के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। G7 शिखर सम्मेलन में उनकी भागीदारी वैश्विक चुनौतियों का समाधान खोजने और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस यात्रा के माध्यम से भारत और इटली के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत बनाने का अवसर मिलेगा। प्रधानमंत्री मोदी की इस यात्रा से न केवल भारत की वैश्विक प्रतिष्ठा को बल मिलेगा, बल्कि यह वैश्विक मंच पर भारत की महत्वपूर्ण भूमिका को भी रेखांकित करेगी।