बिहार के दरभंगा मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (डीएमसीएच) अक्सर ही किसी ना किसी वजह से चर्चा में बना रहता है। कभी ये पूरे अस्पताल परिसर में पानी भर जाने को लेकर चर्चा में रहता है तो कभी मरीजों को मिलने वाले नाश्ता और खाना बंद हो जाने को लेकर।
1.50 करोड़ रुपये बकाया
जी हां, इन दिनों दरभंगा मेडिकल कॉलेज और अस्पताल की इसी वजह से चर्चा हो रही है। बताया जा रहा है कि डीएमसीएच में इलाज करवा रहे मरीजों को मिलने वाला नाश्ता और खाना बंद हो सकता है। दरअसल, मरीजों को खाना और नाश्ता उपलब्ध कराने वाली संस्था के बिल का भुगतान डीएमसीएच ने फरवरी से नहीं किया है। जानकारी के मुताबिक, डीएमसीएच पर संस्था कावेरी जीविका संकुल स्तरीय संघ का कुल 1.50 करोड़ रुपये बकाया है।
मरीजों को दूध और बिस्किट देना बंद
संस्था ने ये साफ कर दिया है कि जब तब अस्पताल प्रशासन द्वारा बकाया बिल नहीं चुकाया जाएगा, वह मरीजों को खाना नहीं परोसेंगे। तीन दिन पहले से ही संस्था ने मरीजों को सुबह दूध देना बंद कर दिया है। इसके अलावा सोमवार को मरीजों को मिलने वाले बिस्किट भी बंद कर दिए गए हैं। संस्था ने डीएमसीएच प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा है कि, अगर शीघ्र भुगतान नहीं हुआ मरीजों को खाना भी उपलब्ध कराना बन्द कर देंगे।
एक हफ्ते का मांगा समय
जानकारी के मुताबिक, डीएमसीएच प्रशासन ने संस्था से एक हफ्ते का समय मांगा है। डीएमसीएच के उपाधीक्षक डॉक्टर हरेंद्र कुमार ने इस संबंध में बताया कि, ‘इस संस्था के भुगतान के मामले में हमलोग हाथ में कुछ भी नहीं है। विभाग से आदेश मांगा गया है मिलते ही हस्ताक्षर कर दिया जाएगा।’