शाहजहां शेख की यह कहानी एक अजीब रूप से उलझने वाली और चिंता भरी है, जो एक डॉन से राजनीतिक नेता तक के रास्ते को दर्शाती है। उनका एक समय का बहुत ही अधिकारी और डॉन की तरह काम करना और फिर अपराधियों की पकड़ में परिणत हो जाना, यह एक ऐसी कहानी है जिसे देखकर सोचने की बात है।
शाहजहां शेख ने अपने जीवन के अब तक के सफर में कई मोड़ देखे हैं। उनका संघर्ष और उनकी यात्रा बांग्लादेश से भारत के बंगाल तक की है, जहां उन्होंने अपने अंदर के डॉन को जागृत किया और फिर उसे राजनीति के दरबार में अपनाया।
शाहजहां शेख की शुरुआत मजदूर के रूप में हुई, जहां वे खेतों और ईंट-भट्ठों पर काम करते थे। लेकिन यहां उनका असली रंग सामने आया जब उन्होंने अपनी बदमाशियों और धंधों को राजनीति में शामिल किया। खुद को राजनीतिक नेता के रूप में पेश करते हुए, उन्होंने संदेशखाली इलाके को अपना कायम किया और उसे अपने अधिकारों का एक केंद्र बनाया।
शाहजहां शेख की यह कहानी एक चेतावनी है उन सभी के लिए जो अपराधियों को राजनीति में शामिल करने के ख्वाब देखते हैं। वे जिस तरह से अपने गुर्गों के दम पर अपना साम्राज्य कायम करने का प्रयास करते रहे, यह उनके अंतिम परिणाम का एक उदाहरण है। जिस परिवार के साथ वे अपने अधिकारों का रक्षण करने का दावा करते थे, वही परिवार आज उन्हें जेल में जाने की सजा भुगत रहा है।
ED की टीम ने शाहजहां शेख को पकड़ने का प्रयास किया, लेकिन उनके समर्थकों ने उनके खिलाफ हमला किया। जिस प्रकार से वे ईडी के कई अधिकारियों को घायल कर दिया, यह उनकी बदमाशी का एक और प्रमाण है। अपराधियों ने ईडी को हमला करके यह दिखाने की कोशिश की कि वे अपनी विद्रोहीता और अवैध गतिविधियों के पक्ष में खड़े हैं।
शाहजहां शेख की आज जेल में यह हालत है कि उनकी आंखों में आंसू छलक रहे हैं। उनके परिवार के सामने पेशी के दौरान उनका यह रूप देखकर शायद उन्हें अपने अपराधों का अहसास हो गया है। वे अब अपने किए गए अपराधों का सामना कर रहे हैं और उनकी आंखों से आंसू उनके पश्चाताप का प्रमाण है।
इस पूरी कहानी में एक सबक है, जो हमें यह सिखाता है कि अपराध और अवैध गतिविधियों का समर्थन करने वाला व्यक्ति कभी भी सफल नहीं हो सकता। शाहजहां शेख की यह गिरावट और उनकी आंखों में आंसू देखकर यह लगता है कि अंत में कानून ही जीतता है।
बंगाल के इस डॉन और राजनीतिक नेता की कहानी हमें यह भी दिखाती है कि राजनीति में गुंडागर्दी और अपराध का समर्थन करने वाले व्यक्ति की जीवनी कहीं भी चरम पर जा सकती है। यह एक महत्वपूर्ण संदेश है कि राजनीतिक नेताओं को समाज के हित में अपना कार्य करना चाहिए और अपराधों का समर्थन नहीं करना चाहिए।
इस घटना से हमें यह भी सिखने को मिलता है कि लोगों की समर्थन पाने के लिए जितना भी भयंकर रूप से अपराध किया जाए, उसका अंत भी उसी के अंदर ही होता है। यह एक प्रेरणादायक संदेश है कि आप चाहें जितना भी बलवान और दबंग हों, लेकिन अगर आप गलती करते हैं तो कानून की पकड़ में आपको भी आना पड़ सकता है।
शाहजहां शेख की यह चित्रणीय कहानी हमें यह सिखाती है कि आपके किए गए कर्मों का अंत आपके सामने एक न क एक दिन होना ही है। यह एक अच्छा संदेश है उन सभी लोगों के लिए जो गलती से भी किसी अपराध का समर्थन नहीं करना चाहते हैं। शाहजहां शेख के मामले में हमें यह सिखने को मिलता है कि नेतृत्व और उत्कृष्टता का अर्थ यह नहीं है कि आप गलत काम करें और उसका समर्थन करें। विश्वास है कि इस घटना से सभी को एक महत्वपूर्ण सबक सिखने को मिलेगा।
इस अवसर पर हमें यह समझने को मिलता है कि जिंदगी के हर मोड़ पर अच्छे और बुरे कर्मों का फल जरूर मिलता है। शाहजहां शेख की कहानी एक संदेश और एक सबक है, जो हमें यह बताता है कि आपके कर्म आपके साथ होते हैं और उनका फल भी आपको ही भोगना पड़ता है।