ईरान ने अमेरिका को लाल सागर में टास्क फोर्स बनाने के प्रस्ताव पर खुली धमकी दी है और बताया है कि इसके परिणामस्वरूप अमेरिका को कई परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। लाल सागर के क्षेत्र में सुरक्षितता की चुनौतियों के बारे में सोचते हुए, अमेरिका ने एक बहुराष्ट्रीय टास्क फोर्स बनाने का प्रस्ताव किया है, जिसका उद्देश्य ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों के हमलों से जहाजों की सुरक्षा करना है। इस पर ईरान ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है, कहते हुए कि इस कदम से उनके लिए परेशानीयों का सामना करना पड़ेगा।
ईरान ने चेतावनीभरे लहजे में कहा है कि लाल सागर में टास्क फोर्स बनाने पर अमेरिका को बहुत परेशानी होगी। इसके पीछे का कारण है ईरान का जुड़ाव इजराइल और हमास के बीच जंग में और इसका समर्थन विद्रोही ग्रुप्स को पहुंचाना। ईरान ने अपनी बड़ी संख्या में रहने वाले हूती विद्रोहियों को समर्थन दिया है और उन्हें आर्थिक सहायता भी प्रदान की है। इसके बावजूद, इजराइल को ईरान की चेतावनियों का सामना करना पड़ा है।
ईरानी रक्षामंत्री मोहम्मद रजा अश्तियानी ने कहा है कि अगर अमेरिका ने लाल सागर में टास्क फोर्स बनाई तो यह ईरान के लिए परेशानी का कारण बनेगा। वे सीधे तौर पर ये भी कह चुके हैं कि ईरानी क्षेत्र में अमेरिका का दखल मंजूर नहीं होने दिया जाएगा। इस पर वहने दिखाए जा रहे टास्क फोर्स को लेकर अमेरिका के नेता जेक सुलिवन ने कहा है कि वह इस मुद्दे पर अन्य देशों के साथ बातचीत कर रहे हैं, ताकि सुरक्षित आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए सहायक टास्क फोर्स बनाया जा सके।
ईरान ने साफ कर दिया है कि किसी भी परिवर्तन की अनुमति नहीं होगी और वह अपने क्षेत्र में अमेरिकी दखल का स्वरूप तय करने के लिए तैयार है। इससे यह स्पष्ट होता है कि लाल सागर के क्षेत्र में सुरक्षितता के मुद्दे पर दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ सकता है।