उत्तरी सिक्किम के चुंगथांग में हाल ही में एक झील पर बादल फट जाने से निकटवर्ती क्षेत्रों में बाढ़ के खतरे को बढ़ा दिया है। इस घटना के बाद, प्रशासन ने प्रभावित होने वाले क्षेत्रों में अलर्ट जारी कर दिया है।
झील पर बादल फटने से तीस्ता नदी के जलग्रहण क्षेत्र में बाढ़ की आशंका है, जिसके कारण निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा है।तीस्ता नदी ने विकराल रूप ले लिया है और इसके परिणामस्वरूप निचले इलाकों में बाढ़ की स्थिति बिगड़ गई है।
प्रशासन ने गाज़ोलडोबा, दोमोहनी, मेखलीगंज, घीश, और बांग्लादेश के निचले इलाकों को खासतौर पर अलर्ट किया है, क्योंकि इन क्षेत्रों को बाढ़ का खतरा है। इसके अलावा, नेशनल हाइवे-10 पर बादल फटने के कारण पूरी तरह से बह गया है, जिससे फ्लैश फ्लड का खतरा बढ़ जाता है। प्रशासन अब जानमाल के नुकसान को कम करने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहा है और निचले इलाकों में अलर्ट की सख्त जरूरत है।
ल्होनक झील के बादल फटने से निचले इलाकों में फ्लैश फ्लड का खतरा हो सकता है और तीस्ता नदी का जल स्तर तेजी से बढ़ रहा है, जिससे इन क्षेत्रों के लोगों को जागरूक रहने की आवश्यकता है। प्रशासन ने इन क्षेत्रों के लोगों को सतर्क रहने का सुझाव दिया है।