आज झारखंड में सियासती मैदान में बड़ा दिन है, जिसमें चंपई सोरेन सरकार को बहुमत साबित करना होगा। हालांकि, इसमें भी BJP के दावे और दल के बीच केंद्रीय गठबंधन की धड़कनें बढ़ रही हैं। इस दौरान, एक एसआई की गिरफ्तारी से सोरेन सरकार की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं।
झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेतृत्व वाली चंपई सोरेन सरकार को बने 52 साल हो गए हैं और वह आज बहुमत परीक्षण के लिए तैयार हैं। कल ही, पार्टी ने रैली की और आज वहां विधायकों की मुख्य परीक्षा है। इस दौरान, सियासत करने वालों ने नैतिकता और आदर्श की ओर से ध्यान देने की आवश्यकता को भूल जाते हैं।
इससे पहले सुप्रीम कोर्ट में हेमंत सोरेन के वकील कपिल सिब्बल ने एक एसआई की गिरफ्तारी पर गंभीर बातें कहीं हैं। इसके बावजूद, चंपई सोरेन सरकार को बहुमत प्राप्त करने के लिए अभी भी कई चुनौतियों का सामना करना हो सकता है।
गठबंधन के विधायकों को टूटने से बचाने की जिम्मेदारी कांग्रेस ने ले रखी है, क्योंकि गठबंधन सरकार को भाजपा के विधायकों के साथ ‘डील’ करने का खतरा है।
चंपई सोरेन के दावों के बावजूद, भाजपा के विधायक मिथिलेश ठाकुर ने दावा किया है कि गठबंधन आसानी से विश्वास मत हासिल करेगा। हालांकि, BJP के मुख्य सचेतक बिरंची नारायण ने कहा है कि गठबंधन सरकार आज विश्वास मत हासिल नहीं कर पाएगी।
आज फ्लोर टेस्ट की कार्यवाही से पहले हेमंत सोरेन भी विधायकों के साथ सदन में मौजूद रहेंगे, जिससे दलील होगी कि वे खुद भी अपनी सरकार के लिए पूर्ण समर्थन देते हैं।
वर्तमान में, झारखंड विधानसभा में ‘झामुमो-कांग्रेस-RJD’ गठबंधन के पास 47 विधायक हैं और इसे सीपीआईएमएल के एक विधायक का समर्थन है, जिससे गठबंधन की सबसे कम मेजोरिटी है। हालांकि, भाजपा का दावा है कि उनके विधायक गठबंधन के समर्थन में हैं और वे सरकार को गिरा सकते हैं।
आज के दिन की घड़ी में चंपई सोरेन सरकार को बहुमत प्राप्त करने के लिए यह दिन ‘अग्निपरीक्षा’ के रूप में होगा, जिसमें किसी भी सरकार के लिए कई चुनौतियों का सामना करना होता है। इसके बावजूद, झारखंड की सत्ता में बने रहने के लिए चंपई सोरेन सरकार को अब तक कांग्रेस के पास अपनी मौद्रिक समर्थन में कोई समस्या नहीं आई है।
सुप्रीम कोर्ट में हेमंत सोरेन के वकील कपिल सिब्बल ने एक एसआई की गिरफ्तारी को लेकर सवाल उठाए हैं और दावा किया है कि यह सभी केस में गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है। उन्होंने कहा है कि यह इकलौते राज्य के सीएम हेमंत सोरेन के खिलाफ ‘अद्यतित राजनीतिक खेल’ का हिस्सा है।
चंपई सोरेन सरकार के लिए आज का दिन बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि इससे नहीं केवल सत्ता की दिशा का तय होगा, बल्कि इससे पूरे राज्य के राजनीतिक दृष्टिकोण को भी परिवर्तित हो सकता है।