महाराष्ट्र में दाऊद इब्राहिम के संपर्क में होने वाले सलीम कुत्ता के साथ जुड़ी घटनाओं के बारे में चर्चा बढ़ रही है। यहां राजनीति के बारे में एक लंबी जानकारी दी गई है:
महाराष्ट्र में एक नया सियासी घमासान हुआ है जिसमें सलीम कुत्ता को लेकर विभिन्न दलों में टकराव है। शिंदे गुट के विधायकों ने विधान भवन की सीढ़ियों पर सलिम कुत्ता की पार्टी में शामिल शिवसेना के नेता की जांच की मांग की है, जबकि कांग्रेस विधायक ने दावा किया कि सलीम कुत्ता का साल 1998 में मर्डर हो चुका है।
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इस मुद्दे ने महाराष्ट्र में राजनीतिक गतिरूटि में बड़ी गर्माहट पैदा की है। बीजेपी के प्रवक्ता नितीश राणा ने विधानसभा में सलीम कुत्ता की पार्टी में शामिल होने का फोटो दिखाया था, जिसके बाद उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने एक एसआईटी गठन की घोषणा की।
इस मामले में सामने आए आरोपों के चलते आज शिवसेना के विधायकों ने विधानसभा के सीढ़ियों पर प्रदर्शन किया और मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री से इस मामले की जांच करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि देशद्रोही तत्वों को अपनी पार्टी में शामिल होने का मौका देने के लिए उद्धव ठाकरे गुट के नेता की जांच होनी चाहिए।
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नितीश राणा ने बताया कि सलीम कुत्ता, जो दाऊद इब्राहिम के करीबी हैं और 1993 बम ब्लास्ट के प्रमुख आरोपी हैं, जब वह पेरोल पर थे, उन्होंने अपनी पार्टी में शामिल होने का नामांकन किया। इसके साथ ही, उन्होंने शिवसेना के नेता उद्धव ठाकरे गुट के नेता के साथ एक पार्टी में डांस करते हुए की गई तस्वीरें दिखाई और जांच की मांग की है।
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कांग्रेस के विधायक कैलाश गोरंटियाल ने सलीम कुत्ता पर और भी आरोप लगाए हैं, कहते हैं कि उसकी मुंबई के अस्पताल में हत्या हो चुकी है और उसकी तीनों बीवियां उसकी संपत्ति को रिलीज करने के लिए कोर्ट में आवेदन कर चुकी हैं। इस परिस्थिति में विधायक ने मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री से इस मामले की जांच करने की मांग की है।
इस समय, विभिन्न सियासी दल एक दूसरे पर हमला बोल रहे हैं और राजनीतिक गतिरूटि बढ़ रही है। इस मुद्दे की जांच और सत्य स्थिति का पता लगाने के लिए सुप्रीम कोर्ट या राज्य सरकार की अद्यतित जानकारी की आवश्यकता है।