पाकिस्तान के पूर्व मंत्री फवाद चौधरी ने एक बार फिर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय राजनीति पर अपने विचार व्यक्त किए हैं। फवाद चौधरी ने अपने बयान में नरेंद्र मोदी की कट्टरपंथी सोच की आलोचना करते हुए कहा कि मोदी की शिकस्त बहुत जरूरी है। उन्होंने राहुल गांधी, अरविंद केजरीवाल, और ममता बनर्जी को आगामी लोकसभा चुनाव में शुभकामनाएं भी दी हैं।
फवाद चौधरी का बयान और उसके निहितार्थ
फवाद चौधरी का यह बयान उस समय आया है जब भारत में आगामी लोकसभा चुनावों की तैयारियां जोरों पर हैं। उन्होंने कहा कि कश्मीर और भारत के अन्य हिस्सों में मुसलमान कट्टरपंथी विचारधारा का सामना कर रहे हैं। फवाद चौधरी ने नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के खिलाफ यह आरोप लगाया कि वे पाकिस्तान के खिलाफ और भारत के मुसलमानों के खिलाफ नफरत फैला रहे हैं। उनका मानना है कि अगर नरेंद्र मोदी और उनकी कट्टरपंथी विचारधारा चुनाव में हार जाती है, तो इससे भारत और पाकिस्तान के बीच संबंधों में सुधार हो सकता है।
नरेंद्र मोदी की आलोचना
फवाद चौधरी ने पीएम मोदी को कट्टरपंथी सोच का प्रतीक बताया और कहा कि उनकी हार से ही भारत प्रगति की राह पर आगे बढ़ सकेगा। उन्होंने यह भी कहा कि भारत के वोटर समझदार हैं और उन्हें यह समझना होगा कि मोदी की हार से ही देश का फायदा हो सकता है। फवाद चौधरी का यह बयान भारतीय राजनीति में एक नई बहस को जन्म दे सकता है, क्योंकि विदेशी नेताओं की भारतीय राजनीति में इस तरह की टिप्पणी आम तौर पर विवादस्पद होती है।
राहुल गांधी, केजरीवाल और ममता बनर्जी के समर्थन में
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फवाद चौधरी ने राहुल गांधी, अरविंद केजरीवाल, और ममता बनर्जी के लिए अपनी शुभकामनाएं व्यक्त की हैं। उन्होंने कहा कि जो भी नरेंद्र मोदी और उनकी पार्टी को हराएगा, वह दुनिया में इज्जत पाएगा। उनका मानना है कि ये नेता कट्टरपंथी सोच के खिलाफ खड़े होने का साहस रखते हैं और इसलिए वे उनकी जीत की कामना करते हैं।
पाकिस्तान में भारत को लेकर नफरत का मुद्दा
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फवाद चौधरी ने यह भी कहा कि पाकिस्तान में हिंदुस्तान को लेकर नफरत नहीं है, लेकिन BJP और RSS का गठजोड़ नफरत फैलाने का काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के लोग चाहते हैं कि दोनों देशों के बीच शांति और स्थिरता हो। इसके लिए जरूरी है कि कट्टरपंथी विचारधारा का सामना किया जाए और उसे परास्त किया जाए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रतिक्रिया
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फवाद चौधरी के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह लोकसभा चुनाव भारत का है और भारत का लोकतंत्र बहुत परिपक्व है। उन्होंने कहा कि भारत के मतदाता बाहरी हस्तक्षेप से प्रभावित नहीं होते और वे समझदार हैं। पीएम मोदी ने यह भी कहा कि यह सोचने का विषय है कि कुछ ही लोग हैं, जिनके समर्थन में पाकिस्तान से आवाज उठती है। उन्होंने यह विषय गंभीर जांच-पड़ताल का मुद्दा बताया।
फवाद चौधरी के इस बयान ने भारतीय राजनीति में एक नई चर्चा को जन्म दिया है। उन्होंने नरेंद्र मोदी और BJP की कट्टरपंथी विचारधारा की आलोचना की है और राहुल गांधी, अरविंद केजरीवाल, और ममता बनर्जी को समर्थन दिया है। यह बयान भारतीय राजनीति में बाहरी हस्तक्षेप की गंभीरता को उजागर करता है और यह देखना दिलचस्प होगा कि भारतीय मतदाता और राजनीतिक दल इस पर कैसी प्रतिक्रिया देते हैं।
भारतीय लोकतंत्र की मजबूती और परिपक्वता का यह उदाहरण है कि बाहरी हस्तक्षेप के बावजूद यहां के मतदाता अपने विवेक से चुनाव में हिस्सा लेते हैं। फवाद चौधरी का बयान इस बात का प्रतीक है कि भारतीय राजनीति और चुनावी प्रक्रिया में बाहरी नजरें हमेशा बनी रहती हैं, लेकिन अंततः फैसला भारतीय जनता के हाथ में ही होता है।