नए साल के आगमन में आम आदमी के लिए एक बड़ी खुशखबर हो सकती है, क्योंकि मोदी सरकार तैयार हो रही है देने के लिए एक बड़ा तोहफा। नवंबर महीने में शुरू हुई तेल की कीमतों में गिरावट के बाद, सरकार और तेल कंपनियों ने मिलकर नए साल में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कमी की संभावना जताई है। इसके तहत, 10 रुपये तक प्रति लीटर तक की कटौती का रोडमैप तैयार किया जा रहा है।
सरकारी सूत्रों के अनुसार, पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कमी के लिए विभिन्न विकल्पों और फॉर्मूलों पर चर्चा हो रही है। इस बारहमासी चर्चा के माध्यम से, सरकार पेट्रोल और डीजल की कीमतें 8 से 10 रुपये तक प्रति लीटर तक कम कर सकती है, जो आम आदमी के लिए एक बड़ा राहत का स्रोत होगा।
पिछले साल 22 मई से पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया था, लेकिन नए साल में इसमें बदलाव का संकेत है। तेल कंपनियों के मुताबिक, इस बारहमासी चर्चा का उद्देश्य महंगाई से राहत देना है, ताकि आम आदमी का बजट बेहतर हो सके और उन्हें तेल के दामों में होने वाली कटौती से लाभ हो।
तेल कंपनियों को भी इस बदलते माहौल का महसूस हो रहा है। कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट के बाद, तेल कंपनियों को पेट्रोल पर प्रति लीटर 8 से 10 रुपये और डीजल पर 3 से 4 रुपये तक का मुनाफा हो रहा है।
इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (IOCL) के मुताबिक, विभिन्न राज्यों में पेट्रोल और डीजल के दामों में ताजगी आ सकती है। दिल्ली में पेट्रोल की कीमत वर्तमान में 96.72 रुपये और डीजल की कीमत 89.62 रुपये प्रति लीटर है। इसके अलावा, मुंबई में पेट्रोल की कीमत 106.31 रुपये और डीजल की कीमत 94.27 रुपये प्रति लीटर है। चेन्नई और कोलकाता में भी पेट्रोल और डीजल के दामों में संभावित कमी हो सकती है।
कच्चे तेल की कीमत में भी गिरावट हो रही है, जिससे अधिक मुनाफा हो रहा है। ब्रेंट क्रूड और डब्लूटीआई क्रूड के दामों में गिरावट के चलते, तेल कंपनियों को बंपर मुनाफा हो रहा है।
नए साल में होने वाली कटौती से आम आदमी को आर्थिक राहत मिल सकती है और यह एक प्रेरणास्त्रोत भी हो सकता है अनेक लोगों के लिए। इसमें हुई कटौती का सीधा असर पेट्रोल पंपों पर होने वाली कीमतों पर होता है, जिससे खरीदारों को घरेलू बजट में राहत मिलती है। इस संदर्भ में, नए साल में हो सकने वाले इस तोहफे का असर भारतीय जनता पर बहुत ही सकारात्मक हो सकता है।
कच्चे तेल की कीमत में गिरावट
कच्चे तेल का कीमत अपने 52 हफ्ते के निचले स्तर के नजदीक चल रहा है। बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 76 डॉलर प्रति बैरल और डब्लूटीआई क्रूड 71 डॉलर प्रति बैरल के आसपास है। इस हफ्ते कच्चे तेल में हुई गिरावट का प्रमुख कारण वैश्विक स्तर पर कम मांग के कारण हो रही है। ऐसे में माना जा रहा है कि कच्चा तेल का कीमत आने वाले समय में भी कम रह सकता है।