साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में विपक्षी पार्टियों को एकजुट करने में जुटे नीतीश कुमार को बड़ा झटका लगा है। बिहार के पूर्व सीएम और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के संरक्षक जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) और उनके बेटे संतोष मांझी (Santosh Manjhi) ने नितीश मंत्रिमंडल का साथ छोड़ अब भारतीय जनता पार्टी वाले गठबंधन एनडीए का हाथ थाम लिया है।
सीटों का फॉर्मूला जल्द ही तय होगा

जीतन राम मांझी ने दिल्ली में बुधवार को दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। इसके बाद बिहार के पूर्व मंत्री और जीतन राम मांझी के बेटे संतोष सुमन ने अपना फैसला सुनाते हुए कहा कि, हमारी पार्टी एनडीए का हिस्सा होगी। अमित शाह के साथ बैठक के बाद ये फैसला हुआ है। अमित शाह से मुलाक़ात के दौरान मांझी नंगे पांव नजर आए। इस बैठक में उनके अलावा हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष सुमन और केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय भी मौजूद रहे। अमित शाह से ये मुलाक़ात करीब आधे घंटे तक चली और इस दौरान कई मुद्दों पर चर्चा हुई। हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष कुमार सुमन ने घोषणा करते हुए कहा कि, सीटों का फॉर्मूला आने वाले दिनों में तय होगा।
नितीश का साथ कभी नहीं छोड़ने का लिया था प्रण
गौरतलब है कि, 13 अप्रैल को हिन्दुस्तानी आवामी मोर्चा (हम) के प्रमुख जीतन राम मांझी ने भारतीय जनता पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष व देश के गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। इसके दो महीने बाद यानी 13 जून को उन्होंने नितीश मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया। जब उनसे सवाल किया गया था कि क्या वो एनडीए में जा रहे हैं, तो उन्होंने कहा था कि, “मैंने प्रण लिया है कि मैं नीतीश कुमार के साथ रहूंगा। CM नीतीश में प्रधानमंत्री बनने के सारे गुण हैं। वह विपक्षी दलों को एकजुट करने का ईमानदार प्रयास कर रहे हैं।”