बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की हाल ही में की गई टिप्पणी ने एक तीव्र राजनीतिक विवाद को उत्पन्न किया है। उनकी टिप्पणी ने जनसंख्या नियंत्रण में महिलाओं की शिक्षा पर आलोचना को लेकर विवाद खड़ा किया है, जिसका असर बिहार की राजनीति में बड़ा है।
नीतीश कुमार की टिप्पणी के बाद, उनके राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों ने उन पर सदन की मर्यादा का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है। राष्ट्रीय महिला पैनल की अध्यक्ष प्रियंका चतुर्वेदी भी उनकी टिप्पणी को लेकर तीखी नोकझोंक में शामिल हो गई हैं।
प्रियंका चतुर्वेदी ने नीतीश कुमार की टिप्पणी को लेकर अपने विचार व्यक्त किए हैं और उनके खिलाफ आलोचना की है। उन्होंने कहा है कि नीतीश कुमार की इस तरह की टिप्पणियां महिलाओं के लिए अपमानजनक हैं और राजनीतिक भाषा के माध्यम से खुलेआम आलोचना करना उचित नहीं है।
इस घड़ी में, जब बिहार में चुनावी माहौल है, नीतीश कुमार और प्रियंका चतुर्वेदी के बीच हुई तीव्र नोकझोंक ने राजनीतिक माहौल में खींचतान बढ़ा दी है। विभिन्न राजनीतिक दलों और महिला समूहों ने इस मामले में अपने विचार व्यक्त किए हैं और विवाद को और तेजी से बढ़ावा दिया है।
महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने नीतीश कुमार से माफी मांगने की मांग की है और उन्हें सदन की मर्यादा में रहने की सलाह दी है। इसके बावजूद, राजनीतिक खींचतान जारी है और इसका समाधान केवल औरत और पुरुष समृद्धि के माध्यम से ही संभव होगा।**