पाकिस्तान में एक नया इतिहास रचने का समय आ गया है, जब पहली बार एक हिंदू महिला ने चुनाव लड़ने के लिए अपना नामांकन दाखिल किया है। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा के बुनेर जिले में सवेरा प्रकाश नामक यह महिला ने अपने इस कदम से सामाजिक परिवर्तन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है।
16वीं नेशनल असेंबली के सदस्यों के चुनाव के लिए 8 फरवरी, 2024 को होने वाले चुनावों में सवेरा प्रकाश ने बुनेर जिले की पीके-25 सीट के लिए नामांकन जमा किया है। यह उनकी आधिकारिक तौर पर पहली चुनौती है, जो उन्होंने अपनी राजनीतिक परिप्रेक्ष्य में स्वीकार की है।
प्रकाश, एक 35 वर्षीय डॉक्टर, ने अपने पिता ओम प्रकाश के पथ पर चलते हुए पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के टिकट पर चुनाव लड़ने का निर्णय लिया है। उनके पिताजी ओम प्रकाश, जो हाल ही में सेवानिवृत्त हुए हैं, एक समर्पित सदस्य रहे हैं और उन्होंने अपनी इच्छा जाहिर की है कि उनकी बेटी राजनीतिक मैदान में अग्रसर हो।
इस समाचार के मुताबिक, प्रकाश ने डॉन के साथ शेयर किये गए एक इंटरव्यू में अपने पिता के नक्शेकदम पर चलते हुए उनके समाज सेवा और विकास क्षेत्र में काम करने की इच्छाओं के बारे में बताया है।
उन्होंने अपने नामांकन की वजह को समझाते हुए कहा है कि वह वंचितों के लिए काम करने, महिलाओं की सुरक्षा और उनके अधिकारों की रक्षा करने का सपना देखती हैं। उनकी राजनीतिक प्रवृत्ति ने समुदाय की उत्थान में एक नई दिशा प्रदान की है, और इसमें उनके पिताजी का भी बड़ा हाथ है, जो हाल ही में सेवानिवृत्त होकर समुदाय के कल्याण के लिए अपना योगदान देने का निर्णय लिया हैं।
प्रकाश ने अपने विचारों में यह भी जताया है कि वह महिलाओं की बेहतरी के लिए काम करेंगी, उनके सुरक्षित रहने के लिए सुनिश्चित करेंगी, और उनके अधिकारों की रक्षा करेगी। इससे सामाजिक समरसता की दिशा में एक नई उम्मीद की किरण है, जो पाकिस्तान के सामाजिक संरचना में सकारात्मक परिवर्तन की ओर एक कदम और बढ़ा सकता है।
इस परिवर्तन के माध्यम से, प्रकाश ने दिखाया है कि महिलाएं भी राजनीतिक क्षेत्र में अग्रसर हो सकती हैं और समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने में योगदान कर सकती हैं। यह उनकी निर्णयक राजनीतिक करियर के लिए एक बड़ा कदम है, और आशा है कि इससे और भी महिलाएं प्रेरित होंगी।