आज से शुरू हुआ है राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 11 दिन का अनुष्ठान, जिसका आयोजन नासिक के पंचवटी धाम से किया गया है। इस महत्वपूर्ण क्षण में पीएम मोदी ने देशवासियों से आशीर्वाद मांगा और उन्होंने एक ऑडियो संदेश के माध्यम से जनता को अपनी भावनाएं साझा की हैं। इस अनुष्ठान के दौरान पीएम मोदी ने सख्त नियमों का पालन करने का आदान-प्रदान किया है।
पंचवटी: धार्मिकता का प्रारंभ स्थल
पंचवटी, जो नासिक जिले में स्थित है, रामायण काल में राम, लक्ष्मण, और सीता के अयोध्या आगमन के समय का एक महत्वपूर्ण स्थल है। पंचवटी में पाँच वट वृक्षों की एक पंक्ति है, जिसे हिन्दू धर्म में महत्वपूर्ण माना जाता है। यहां हुए घटनाएं रामायण में विवरित हैं और यह स्थल राम, सीता, और लक्ष्मण के वनवास के दौरान कई महत्वपूर्ण घटनाओं का साक्षी रहा है। पंचवटी के इस पावन स्थल से ही पीएम मोदी ने अपना 11 दिन का धार्मिक अनुष्ठान आरंभ किया है।
पीएम मोदी की भावुक भाषा
पीएम मोदी ने अपने ऑडियो संदेश में अपनी भावनाओं को व्यक्त करते हुए कहा, “मैं भावुक हूं, भाव-विह्वल हूं। मैं पहली बार जीवन में इस तरह के मनोभाव से गुजर रहा हूं। मैं एक अलग ही भाव-भक्ति की अनुभूति कर रहा हूं।”
आस्था और नियमों का पालन
प्रधानमंत्री ने प्राण प्रतिष्ठा के लिए श्रद्धा और नियमों का महत्वपूर्ण होना बताते हुए यम और नियम का पालन करने की महत्वपूर्णता बताई। उन्होंने जनता से आशीर्वाद मांगा और उनसे अपनी यात्रा में साथी बनाने का आग्रह किया।
अनुष्ठान की महत्वपूर्ण घड़ी
पंचवटी से अपने अनुष्ठान की शुरुआत करते हुए, पीएम मोदी ने कहा, “मैं आज से 11 दिन का विशेष अनुष्ठान आरंभ कर रहा हूं। इस अद्वितीय समय में, मैं आप सभी जनता-जनार्दन से आशीर्वाद का आकांक्षी हूं।”
प्राण प्रतिष्ठा का महत्व
प्राण प्रतिष्ठा विधि राम मंदिर की मूर्तियों में प्राण प्रवेश करने की एक परंपरागत संस्कृति है जिससे मूर्तियों में भगवान का आवास होता है। इस अनुष्ठान के माध्यम से मूर्तियों को पवित्र करने का आदान-प्रदान किया जाता है, जिससे उन्हें देवता के रूप में मान्यता प्राप्त होती है। इस प्रक्रिया का आयोजन रामलला के मंदिर के निर्माण में एक महत्वपूर्ण कदम है।
समर्पण और आस्था
पीएम मोदी का यह अनुष्ठान एक और बड़े समर्थन और समर्पण का प्रतीक है, जो रामलला के मंदिर के निर्माण की यह नई ऊर्जा को दर्शाता है। उनकी यह कड़ी नियमों और भक्ति से भरी यात्रा, जो पंचवटी से आयोध्या तक जाएगी, उनके समर्थन और भक्ति का प्रतीक है। इसमें शामिल हुए और इसका समर्थन करने वाले अन्य राम भक्तों के साथ मिलकर उन्होंने रामलला के प्रति अपनी अद्वितीय प्रेम और समर्थन को प्रकट किया है।
समाप्ति और समर्थन: अयोध्या में राम मंदिर का आगमन
प्राण प्रतिष्ठा के 11 दिनों के अनुष्ठान के बाद, पीएम मोदी अयोध्या में पहुंचेंगे, जहां राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का आयोजन होगा। इस महत्वपूर्ण क्षण में उनका समर्थन और समर्पण राम भक्तों और उनके समर्थकों के बीच एक नए समर्थन के युग की शुरुआत को दर्शाएगा।