बिहार में स्कूलों के छुट्टी तालिका में बदलाव पर नजरें हैं, और इसमें जदयू ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। जदयू के एमएलसी डॉक्टर संजीव सिंह ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एक पत्र लिखकर छुट्टी तालिका में किए गए बदलाव को लेकर आपत्ति जताई है।
पत्र में डॉक्टर संजीव सिंह ने लिखा है कि शिक्षा विभाग ने विद्यालयों के लिए नए अवकाश तालिका और समय सारणी बनाते समय शिक्षकों और शिक्षिकाओं के हितों की अनदेखी की गई है। इसमें शिक्षकों को कई महत्वपूर्ण त्योहारों में छुट्टी नहीं दी गई है, जिसका पुनर्विचार किया जाना चाहिए, उनका कहना है।
पत्र में उन्होंने कहा है कि गर्मी की छुट्टी का लाभ केवल छात्र-छात्राओं को दिया जा रहा है, जबकि शिक्षकों को इस अवकाश से वंचित कर दिया गया है, जो कतई व्यावहारिक नहीं है। इसके अलावा, डॉक्टर संजीव सिंह ने नवगठित समय सारणी के तहत माध्यमिक उच्च माध्यमिक विद्यालयों में नियमित कक्षा संचालन अवधि की समाप्ति के पश्चात शिक्षकों को वर्ग 3 से वर्ग 8 के कमजोर बच्चों को अन्य सुदूरवर्ती प्राथमिक/मध्य विद्यालय में जाकर पढ़ाने के लिए अव्यावहारिक आदेश निर्गत किया गया है, जिससे सर्वोच्च न्यायालय के आदेश की भी अवमानना हो रही है।
इस पर डॉक्टर संजीव सिंह ने नीतीश कुमार को पत्र लिखकर कहा है कि दो प्रकार के अवकाश व्यवस्था को निरस्त करते हुए सभी कोटि के विद्यालयों के लिए पूर्व के जैसा एक ही अवकाश तालिका लागू करने के निदेश के साथ साथ नए मानक समय सारणी के तहत 3:30 से 5:00 तक शिक्षकों को रोके जाने से संबंधित विभागीय आदेश रद्द करने की कृपा की है।
यह प्रतिसाद बताता है कि स्कूलों के छुट्टी तालिका में हुए बदलाव पर सरकार और शिक्षा विभाग के बीच एक नई उत्सुकता बढ़ रही है, और इसमें नीतीश कुमार की पार्टी के भीतर ही हो रहे रार का एक उदाहरण है।