तेजस्वी यादव के वक्तव्य ने बिहार में चल रहे चुनावी माहौल को चारों तरफ से गरमाया है। उन्होंने मुजफ्फरपुर में पीएम मोदी के खिलाफ तंज भरे गाने गाए और उनकी सरकार पर कठोर आलोचना की। इस घटना ने बिहार की राजनीतिक समीक्षा को नई दिशा देने की संकेत दिया है।
![](https://sabsetejkhabar.com/wp-content/uploads/2024/05/image_2024_05_13T08_52_53_593Z-1.png)
तेजस्वी यादव ने मुजफ्फरपुर में इंडिया गठबंधन के उम्मीदवारों के समर्थन में रैली को संबोधित किया। उनके तंज भरे अंदाज में गाए गाने में उन्होंने पीएम मोदी को निशाना बनाया। उन्होंने कहा, “वादा करके भूल जाते हो… रोज-रोज मोदी जी ऐसे करोगे.. रोज-रोज मोदी जी तुम झूठ बोलोगे, जनता जो रूठ गई तो हाथ मलोगे”। इस गाने के माध्यम से उन्होंने पीएम मोदी के वादों की खोखली को उजागर किया और उनके नेतृत्व में सरकार की असफलताओं पर ध्यान दिलाया।
तेजस्वी यादव ने पीएम मोदी पर वादों को पूरा नहीं करने का आरोप लगाया और उन्हें तंज के साथ आलोचना की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने एक वादा पूरा किया तो बताओ.. हवाई अड्डा चालू करने की सिर्फ घोषणा किया। इसके अलावा, उन्होंने मोदी के शासनकाल में बिहार की बेरोजगारी, मंहगाई, और अन्य सामाजिक समस्याओं पर भी आलोचना की।
![](https://sabsetejkhabar.com/wp-content/uploads/2024/05/image_2024_05_13T08_53_32_760Z-1024x578.png)
इसके अलावा, तेजस्वी यादव ने बीजेपी सरकार की नाकामियों को भी गिनाया।मुजफ्फरपुर लोकसभा से कांग्रेस प्रत्याशी अजय निषाद के पक्ष में केरमा के खेल मैदान में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए तेजस्वी ने रोजगार और विकास को लेकर पीएम मोदी पर तीखा हमला बोला। तेजस्वी यादव ने कहा 34 साल के नौजवान ने लोगों को नौकरी देकर मोदी को सड़क पर ला दिया। मोदी के शासनकाल में मंहगाई चरम पर है। बेरोजगारी भरमार है। गैस का दाम आसमान छू रहा है। तेजस्वी ने कहा मेरे कमर में दर्द है डॉक्टर ने तीन सप्ताह बेड रेस्ट लेने का सलाह दिया। तब तक चुनाव समाप्त हो जाएगा। मैंने कहा डॉक्टर साहब मैं मोदी को बेड रेस्ट दिलाकर ही खुद बेड रेस्ट लूंगा। देखिए कमर में बेल्ट लगा है। फिर भी मैं आपके बीच हूं।
उन्होंने कहा कि मोदी के शासनकाल में मंहगाई की चपेट में आम जनता फंसी है और बेरोजगारी की समस्या बढ़ती जा रही है। उन्होंने अपनी सरकार के विकास कार्यों का भी जिक्र करते हुए कहा कि इंडिया गठबंधन की सरकार ने लोगों को सस्ती गैस और रोजगार के अवसर प्रदान किए हैं।
तेजस्वी यादव के इस भाषण से स्पष्ट होता है कि बिहार में चुनावी उतार-चढ़ाव कितना तेजी से हो रहा है और वहाँ की राजनीतिक पारीक्षा में ये तरंग बदलाव का संकेत देते हैं। तेजस्वी यादव के वक्तव्य ने उनके समर्थकों को ऊर्जा और उत्साह प्रदान किया है और उनकी पार्टी की राजनीतिक योजनाओं को लेकर सवाल उठाए हैं। इसके बाद, चुनावी दिनों में और भी रोमांचक मोड़ आ सकते हैं, जिससे बिहार की राजनीति को नई दिशा मिल सकती है।