बिहार की राजधानी पटना के बेऊर जेल में बंद पूर्व विधायक अनंत सिंह इन दिनों चर्चा में हैं। छोटे सरकार के नाम से मशहूर अनंत सिंह जिस जेल में बंद है उसे बिहार का अति अतिसंवेदनशील जेल कहा जाता है। रविवार को उस जेल में जमकर बवाल हुआ।
जेल पर कब्ज़ा करने की थी योजना
दरअसल, अनंत सिंह के समर्थक कैदी जेल में ही विरोधी गुट के कैदी के साथ भिड़ गए, फिर खूब हंगामा हुआ। इस दौरान बीच-बचाव करने आए कक्षपाल भी मार-कूट का शिकार हो गए। ऐसे में कुछ पुलिस जवान घायल हो गए। जेल प्रशासन का कहना है कि, अनंत सिंह और उनके समर्थकों के द्वारा जेल पर कब्जा करने की योजना थी।
31 कैदियों को आया जेल भेजने की कारवाई शुरू
दरअसल, अनंत सिंह जेल के जिस वार्ड में बंद हैं, शनिवार को पूरी रात उसका दरवाजा खुला रहा। इतना ही नहीं बल्कि उनके बैरक का भी दरवाजा खुला रहा। ऐसे में उनके समर्थकों ने उनकी हत्या की आशंका को लेकर जमकर हंगामा किया और कक्षपालों और सुरक्षाकर्मियों की पिटाई कर डाली। जेल में भगदड़ मच गई। इस घटना के बाद पटना के बेउर जेल में जेल के पदाधिकारी के द्वारा अनंत सिंह सहित 31 लोगों के खिलाफ नामजद मामला दर्ज कराया गया है। इसके अलावा 31 ऐसे भी कैदियों को चिन्हित किया गया हैं
पत्नी ने सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा
अनंत सिंह की पत्नी और मोकामा विधायक नीलम देवी ने अब इस मामले में मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने ट्वीट कर डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव से सवाल किया है कि, ‘क्या यही दिन देखने के लिए मोकामा की जनता ने मुझे चुन कर विधानसभा भेजा है। सरकार अनंत सिंह पर अपनी चुप्पी तोड़े।’