बिहार सरकार ने एक महत्वपूर्ण फैसला लेते हुए 94 लाख परिवारों को आर्थिक सहायता प्रदान करने का निर्णय लिया है। इस नए योजना के तहत, जो बिहार लघु उद्यमी योजना कहलाई है, लगभग 94 लाख परिवारों को दो-दो लाख रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी।
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यह योजना उन लोगों के लिए है जो मासिक आय 6,000 रुपये या उससे कम है। इसका मुख्य उद्देश्य उद्यमिता और स्वरोजगार को बढ़ावा देना है। इस योजना के अंतर्गत लोगों को 3 किश्तों में इस सहायता की जाएगी, जिनमें से पहली किश्त लोकसभा चुनाव से पहले ही दी जाएगी।यह निर्णय बिहार सरकार की लघु उद्यमी योजना के तहत उद्यमिता और स्वरोजगार को बढ़ावा देने का उद्देश्य रखता है और सामाजिक आर्थिक रूप से पिछड़े वर्गों को समर्थन प्रदान करने का प्रयास करता है।
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इस योजना के अलावा, बिहार सरकार ने असंगठित क्षेत्रों में काम करने वाले मजदूरों को मृत्यु और विकलांगता की स्थिति में मिलने वाले मुआवजे में भी बढ़ोतरी की है। मृत्यु के मामले में उनके परिवार को पहले 1 लाख रुपये से बढ़ाकर 2 लाख रुपये मिलेंगे, और विकलांगता के मामले में मुआवजा 75,000 रुपये से 1 लाख रुपये में बढ़ाया गया है।
इसके अलावा, बिहार सरकार ने बीपीएससी और यूपीएससी की परीक्षाओं की तैयारी के लिए आर्थिक रूप से पिछड़े वर्गों के लिए प्रोत्साहन को विस्तारित करने का निर्णय भी लिया है।
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सरकार ने इसके साथ ही असंगठित क्षेत्रों में काम करने वाले मजदूरों के लिए भी बदलाव किया है, जिन्हें मृत्यु के मामले में दो लाख रुपये और स्थायी विकलांगता के लिए एक लाख रुपये का मुआवजा मिलेगा। इसके अलावा, प्राकृतिक मृत्यु के मामले में उसके परिवार के सदस्यों को 50,000 रुपये की वित्तीय सहायता भी प्रदान की जाएगी।
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मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई बैठक में 18 प्रस्तावों में से एक है यह निर्णय, जिससे गरीब परिवारों को आर्थिक समृद्धि की दिशा में मदद मिलेगी। इसके अलावा, असंगठित क्षेत्रों में काम करने वाले मजदूरों को मृत्यु और विकलांगता की स्थिति में मिलने वाले मुआवजे में भी बढ़ोतरी की गई है।स्वरोजगार योजना के तहत यह निर्णय लिया गया है, जिसमें लोगों को लघु-कुटीर उद्योगों में निवेश करने का अवसर मिलेगा, जैसे कि हस्तशिल्प, कपड़ा, सेवा क्षेत्र, और बिजली के सामान। इस नए पहलुओं के साथ, बिहार सरकार ने मजदूरों के परिवारों को प्राकृतिक मृत्यु और विकलांगता की स्थिति में भी सहायता प्रदान करने का निर्णय लिया है।