दिल्ली में गर्मी के दिनों में जल संकट की समस्या एक बड़ी चुनौती बन चुकी है। यहां पानी की किल्लत ने आम लोगों के जीवन को परेशानी में डाल दिया है, और इस समस्या को लेकर राजनीतिक विवाद भी उभर रहा है। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की सरकार के खिलाफ बड़ा आरोप लगाया है कि उनकी सरकार ने जल संकट को हल करने के लिए अपनी जिम्मेदारी नहीं उठाई है।
दिल्ली में पिछले कुछ सप्ताहों से बढ़ रही गर्मी और सूखे के कारण पानी की आपूर्ति में कमी आई है। इसके परिणामस्वरूप दिल्ली के कई इलाकों में पानी की समस्या बढ़ी है, जिससे लोगों को रोजगार, स्कूल, अस्पताल और घरों में सामान्य जीवन के कामों में बहुत परेशानी हो रही है। इस समस्या के बीच, राजनीतिक दलों के बीच विवाद भी तेजी से बढ़ रहा है।
![](https://sabsetejkhabar.com/wp-content/uploads/2024/06/image_2024_06_19T08_24_18_113Z.png)
बीजेपी के नेताओं ने केजरीवाल सरकार को जल संकट को हल करने के लिए कड़ाई से काम करने की आग्रह किया है। वे दावा कर रहे हैं कि केजरीवाल सरकार ने पिछले दस सालों में पानी की आपूर्ति को बढ़ाने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए हैं और अब जल संकट में लोग परेशान हो रहे हैं। बीजेपी के नेताओं का मानना है कि दिल्ली में टैंकर माफिया ने बड़ी स्थिति पैदा की है, जिससे पानी की सप्लाई पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है।
![](https://sabsetejkhabar.com/wp-content/uploads/2024/06/image_2024_06_19T08_22_04_848Z-1024x538.png)
इसी के विपरीत, आम आदमी पार्टी (आप) के प्रतिनिधिमंडल ने इस आरोप का खंडन करते हुए कहा है कि हरियाणा सरकार ने दिल्ली को मानवीय आधार पर अतिरिक्त पानी नहीं दिया है, और इसका मुद्दा भाजपा द्वारा दिल्ली को आरोपित किया गया है। इसके अलावा, आप सरकार ने बताया कि उनके प्रतिनिधिमंडल ने हरियाणा के प्रधान सचिव (जल संसाधन) के साथ बैठक में मानवीय आधार पर अतिरिक्त जलापूर्ति का अनुरोध किया था, लेकिन हरियाणा ने इसमें असमर्थता व्यक्त की है।
इस विवाद में, राजनीतिक दलों के बीच आपसी आलोचना भी तेजी से बढ़ रही है। बीजेपी ने आप को जल संकट के मुद्दे पर बड़ा आरोप लगाया है, जबकि आप ने उसका मुद्दा ताकत से खंडन किया है। इस बीच, दिल्ली के लोग और विशेष रूप से उनके स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए, सरकारों के बीच इस समस्या को हल करने के लिए तत्परता और सहयोग की आवश्यकता है।
![](https://sabsetejkhabar.com/wp-content/uploads/2024/06/image_2024_06_19T08_25_17_847Z-1024x576.png)
दिल्ली में जल संकट की इस स्थिति को देखते हुए, सरकारों को समस्या को गंभीरता से लेना और तत्काल कार्रवाई करना जरूरी है। जल संकट को हल करने के लिए अवश्यक अदालती, प्रशासनिक और राजनीतिक उपायों को जल्दी से जल्दी अपनाया जाना चाहिए, ताकि दिल्ली के लोगों को आसानी से पानी की आपूर्ति हो सके और उनके जीवन में समस्याओं का समाधान हो सके।