मुज़फ़्फ़राबाद: गाज़ा में इजराइल-हमास संघर्ष में एक और हादसे की खबरें सामने आ रही हैं, जहां अब तक की मौतों की संख्या बढ़कर 4,651 हो गई है और 14,245 से अधिक लोग घायल हो चुके हैं। गाज़ा में इजराइल के बमबारी से पूरे इलाके में हाहाकार मचा हुआ है, और अस्पतालों में चिकित्सा सुविधा की कमी के चलते बच्चों के पैरों पर उनके नाम लिख रहे परिजनों का आलम है। सूचना के मुताबिक, मध्य गाज़ा के दीर अल बलाह में स्थित अल अक्सा शहीद अस्पताल में एक शिशु और मारे गए तीन बच्चों के नाम उनकी पैरों पर अरबी में लिखे हुए थे। इससे साफ नहीं हो पाया कि क्या उनके माता-पिता भी मारे गए हैं या नहीं।
इस दुखद हादसे के कारण अस्पतालों में चिकित्सा सुविधा की कमी है और बच्चों के जीवन को बचाना मुश्किल हो रहा है। वेंटिलेटर पर निर्भर कई शिशुओं का जीवन खतरे में है क्योंकि बिजली की सप्लाई में रुकावट हो रही है और इससे उनके इलाज में दिक्कतें आ रही हैं। गाज़ा स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इस समय वहाँ के अस्पतालों में वेंटिलेटरों पर निर्भर बच्चों को बचाने के लिए विशेषज्ञ टीमें काम कर रही हैं, लेकिन इसमें भी चुनौतियाँ हैं।
डॉ. फुआद अल-बुलबुल, अल-शिफा अस्पताल के नवजात शिशु विभाग के प्रमुख ने बताया कि बिजली सप्लाई में रुकावट के चलते उन्हें वेंटिलेटर चलाए रखने के लिए जरूरी ईंधन की कमी हो रही है और इससे उनके पास सिर्फ़ एक या दो बच्चों को ही बचाने की क्षमता है। उन्होंने यह भी बताया कि अस्पताल के जनरेटर और बिजली चालू रखने के लिए ईंधन की खुदाई की जा रही है, लेकिन यह बहुतेतर बच्चों के लिए सामान्य रूप से काफी नहीं है। गाज़ा में इजराइली बमबारी के कारण हो रही मौतों की संख्या तेजी से बढ़ रही है और वहाँ के लोगों को मानवीय सहायता की आवश्यकता है।
इस संघर्ष के बीच, यूनारडब्ल्यूए ने फिलिस्तीन शरणार्थियों की मदद के लिए अपने ईंधन भंडार को खत्म होने की चेतावनी दी है, जिससे इंसानी यात्रा और चिकित्सा सुविधाओं में और बढ़ती मुश्किलें पैदा हो रही हैं। गाज़ा में जारी हो रहे हमलों के चलते इस समय सबसे ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं बच्चे, जिनमें बहुतेतर गंभीर रूप से बीमार हैं और उनका इलाज करने वाली टीमें भी थक चुकी हैं।
डॉ. अल-बुलबुल ने खुलासा किया कि उनके पास अब सर्फेक्टेंट खत्म हो गया है और उन्हें इस समय आवश्यक दवाएं भी नहीं मिल रही हैं जो नवजात शिशु के लिए जीवनरक्षक होती हैं। इस चुनौतीपूर्ण समय में, इस्राइली सेना ने गाज़ा पट्टी के उत्तरी हिस्सों को छोड़ने का आदेश दिया है, लेकिन हवाई बमबारी जारी रह रही है और नागरिकों को अपने घरों से निकलने के लिए चेताया जा रहा है। इस तनावपूर्ण परिस्थिति में, यह जरूरी है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस मानवाधिकारों की उल्लंघन को रोकने के लिए कदम उठाए और गाज़ा के लोगों को मदद पहुँचाए।